ट्रैफिक जाम से जहां व्यक्ति की कार्यक्षमता प्रभावित होती है, ईंधन की बर्बादी भी होती है। कार्बन जलने से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता है। इससे निजात के लिए मनपा प्रशासन की कोशिश है कि शहर में लोग अवरोध में न फंसें और ट्रैफिक जंक्शन पर भी वाहन आसानी से चलें। मनपा ने सर्वे कराया तो पता चला कि शहर के आइलैंड सर्किल और ट्रैफिक जंक्शन इसकी बड़ी वजह साबित हो रहे हैं। इससे निजात के लिए मनपा प्रशासन ने शहर के 75 ट्रैफिक जंक्शन की रिमॉडलिंग करने का निर्णय किया। इनमें से 67 जंक्शन का चुनाव किया गया, जिन्हें रिडिजाइन किया जाएगा।
इसकी शुरुआत अठवा और स्टार बाजार समेत छह जंक्शन से होगी। इनकी डिजाइन पर काम पूरा हो चुका है। महीने के अंत तक 22 और जंक्शन पर रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है। रिडिजाइनिंग का काम एसवीएनआइटी को सौंपा गया है। एसवीएनआइटी ने ट्रैफिक के दबाव और जरूरत के मुताबिक जंक्शन को वरीयता दी। पहले चरण में उन जंक्शन को लिया गया है, जहां जरूरत सबसे ज्यादा महसूस की गई। प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक काम पूरा होने तक यह संख्या 75 से पार भी जा सकती है।
पुराने आरटीओ से अठवा सर्किल पर फोकस अठवा सर्किल पर ट्रैफिक का दबाव सबसे ज्यादा रहता है। पीक आवर्स में और दोपहर यहां से गुजरना जंग जीतने जैसा होता है। अधिकारियों के मुताबिक इस समस्या ने ध्यान खींचा तो शहर के अन्य जंक्शन पर भी नजर दौड़ाई गई। अठवा सर्किल को उन छह जंक्शन में शामिल किया गया है, जिन पर सबसे पहले काम शुरू होगा। पुरानेे आरटीओ से अठवा सर्किल तक पूरे जोन को हैवी ट्रैफिक जोन मानते हुए रिडिजाइन किया गया है।
दीपावली के बाद प्रजेंटेशन की तैयारी
दीपावली के बाद प्रजेंटेशन की तैयारी
दीपावली के बाद अठवा जंक्शन की रिडिजाइन पर प्रजेंटेशन की तैयारी है। उसी दौरान तैयार हुए अन्य पांच जंक्शन का खाका भी सामने रखा जा सकता है। माना जा रहा है कि प्रजेंटेशन पास हो गए तो साल के अंत तक इस पर काम शुरू हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर आगे बढऩे से पहले मनपा प्रशासन के लिए शुरुआती चरण में रिडिजाइन हो रहे छह जंक्शन पर ट्रैफिक के दबाव को समझना भी आसान हो जाएगा।