समुदाय में संक्रमण की घुसपैठ को रोकना मनपा प्रशासन के लिए अब चुनौती बनता जा रहा है। कामकाजी स्थलों से घरों में घुस रहे संक्रमण को रोकने के लिए मनपा टीम रोज नई प्लानिंग पर काम कर रही है, लेकिन सफलता का प्रतिशत नहीं सुधर रहा। इसे देखते हुए मनपा प्रशासन ने अब घरों में काम के लिए आने वाले लोगों पर नजर रखने का निर्णय किया है।
इसके तहत घरेलू काम के लिए आने वाली मेड्स और अन्य स्टाफ का कोरोना टैस्ट किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक घरेलू काम के लिए जाने वाली मेड्स का रोजाना कई घरों में आनाजाना होता है। जाने-अनजाने मेड्स कोरोना की कैरियर बन सकती हैं। लापरवाही बरती गई और कोई भी एक संक्रमित मेड घरों में काम के लिए गई तो संक्रमण के प्रसार की चेन को रोक पाना बहुत मुश्किल हो जाएगा। संक्रमण को एक घर से कई अन्य घरों तक पहुंचते देर नहीं लगेगी।
इस चेन को तोडऩे के लिए ब्रेक द चेन अभियान के तहत मनपा प्रशासन मेड्स और घरेलू काम के लिए आने वाले अन्य डॉमेस्टिक हैल्परों की कोविड जांच कराएगा। इसके साथ ही सोसायटियों में तैनात सिक्योरिटी स्टाफ और अन्य सेवाकार्यों के लिए नियुक्त स्टाफ की भी कोरोना जांच की जाएगी। मनपा सूत्रों के मुताबिक पहले इसे वराछा क्षेत्र में शुरू करने की योजना है। प्रयोग सफल रहा और सकारात्मक परिणाम मिले तो इसे पूरे शहर में लागू किया जा सकता है।