दो परिवारों को हुआ जिम्मेदारी का एहसास
परवत पाटिया और रांदेर रोड पर दो सीनियर सिटीजन के लिए टिफिन शुरू किए गए थे। जब उनके पुत्रों को इस बारे में पता चला तो उन्हें अपनी जिम्मेदारी का एहसास हुआ। उन्होंने दोनों को खाना पहुंचाना शुरू कर दिया। उन सीनियर सिटीजंस के कहने पर टिफिन बंद कर दिए गए।
जिनका बेटा जेल में, उनकी भी सहायता
पत्नी के साथ विवाद को लेकर एक युवक को जेल हो गई थी। उसने लाजपोर जेल में मेडिटेशन करवाने वाले मेघराज कदमवाला के जरिए पंकज और रेणु तक उसके माता-पिता के लिए भोजन तथा आश्रय की व्यवस्था करने का संदेश पहुंचाया। पंकज ने उन्हें किराए के घर से बॉम्बे मार्केट के रैन बसेरे में शिफ्ट किया। उन्हें दोनों समय टिफिन पहुंचाया जाता है।
दिनेश एम.त्रिवेदी