कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह साढ़े दस बजे एमटीबी कॉलेज के बाहर जमा हुए और पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि का विरोध किया। उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विरोध-प्रदर्शन करते हुए भीड़ की शक्ल में कांग्रेस कार्यकर्ता कलक्टर दफ्तर तक गए। यहां राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन कलक्टर को सौंपते हुए पेट्रोलियम पदार्थों में हुई वृद्धि को वापस लेने समेत अन्य मांग कीं।
कोरोनाकाल में जब सोशल डिस्टेंसिंग संक्रमण से बचाव का अहम अस्त्र है, कांग्रेस ने विरोध-प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को धता बताकर संक्रमण के सामुदायिक प्रसार का रास्ता साफ कर दिया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता घोड़ा गाड़ी भी लेकर आए, जिसकी लगाम थामने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस में जमकर खींचतान हुई।
मूकदर्शक बनी रही पुलिस
प्रदर्शन के लिए जब भीड़ जुट रही थी और सोशल डिस्टेंसिंग का खुला उल्लंघन हो रहा था, मौके पर मौजूद पुलिस टीम मूकदर्शक बनी हुई थी। रास्तों-चौराहों पर लोगों को नियम कायदे सिखाने और चालान वसूलने में व्यस्त रहने वाली पुलिस को यह खयाल ही नहीं रहा कि जिस तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो रहा है, कोरोना संक्रमण के सामुदायिक प्रसार के खतरे बढ़ रहे हैं। ऐसे मामलों में लोगों से जुर्माना वसूलने वाली मनपा टीम ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। सीसीटीवी कैमरों से घरों तक चालान पहुंचाने वाले विशेषज्ञ इन जाने-पहचाने चेहरों से अनजान बने रहे।