सूरत

SOCIAL PRIDE NEWS: गांव-कस्बे में दर्द बांटने का चल पड़ा है तेज सिलसिला

प्रवासी राजस्थानियों के पास गांवों से भी आने लगे हैं फोन, कोरोना प्रभावित क्षेत्र में हरसंभव मदद की तैयारियां

सूरतMay 17, 2021 / 08:45 pm

Dinesh Bhardwaj

RAJASTHAN LOCKDOWN EFECT: सात सौ बसों के थम जाएंगे पहिए

सूरत. कर्मभूमि सूरतनगरी में बसे कर्मशील प्रवासी राजस्थानियों से अब राजस्थान में कोरोना महामारी का कहर और उससे परेशान अपनों का दर्द देखा नहीं जा रहा और उन्होंने इसे बांटने का साहस चहुंओर दिखाना प्रारम्भ कर दिया है। वहीं, गांव-कस्बे से भी परिचित उनसे इस बुरे दौर में सहयोग की बात कहने लगे हैं। नतीजा यह निकल रहा है कि महज तीन-चार दिन में ही कर्मभूमि से जन्मभूमि चलो गांव की ओर…अभियान का असर अब सूरत से केवल शेखावाटी तक सीमित नहीं रहा है बल्कि सेवा संस्कार की झलक मारवाड़, मेवाड़ और हाड़ौती क्षेत्र में भी दिखाई देने लगी है।
संस्कृत में रचित रामायण में जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी…श्लोक के माध्यम से मां और मातृभूमि को स्वर्ग से भी श्रेष्ठ भगवान श्रीराम ने भ्राता लक्ष्मण को बताया है। यह श्लोक इन दिनों सूरतनगरी में यथार्थ रूप से चरितार्थ होता नजर आ रहा है। सूरतनगरी में राजस्थान के अधिकांश शहर-कस्बे के प्रवासी बड़ी संख्या में बसे है और उनके विभिन्न संगठन भी है। इन संगठनों के माध्यम से कोरोना महामारी की भयावह दूसरी लहर से जूझ रहे राजस्थान में गांव-ढाणी तक मदद पहुंचाने का सिलसिला लगातार तेज होता जा रहा है। इस अभियान की शुरुआत पांच-छह दिन पहले युवा कपड़ा उद्यमी कैलाश हाकिम ने शेखावाटी में झुंझुनूं जिले के मलसीसर गांव में 20 बेड के कोविड आइसोलेशन सेंटर के साथ की थी, जो कि अब शेखावाटी से निकलकर मारवाड़, मेवाड़ और हाड़ौती अंचल के गांव-कस्बों तक पहुंचने लगा है।
-राहत सामग्री से भरा टैम्पो भेजा

राजस्थान में फतेहपुर, चिड़ावा व तारानगर कस्बे में कोरोना मरीजों के उपचार में जरूरी ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसट्रेटर, दवा समेत अन्य तरह की सामग्री तारानगर नागरिक परिषद की ओर से भेजी गई है। परिषद ने यह सामग्री शहर के घोड़दौडऱोड स्थित अग्रवाल समाज भवन से टैम्पो में भरकर रवाना की है। इस दौरान कपड़ा उद्यमी संजय सरावगी, परिषद के सुभाष मित्तल, रामप्रसाद अग्रवाल समेत अन्य सेवाभावी लोग मौजूद थे।
-मंत्रणा के दौर भी जारी

गांव-कस्बों से कोरोना से पनपे विकट हालात की जानकारी मिलने के बाद शहर में बसे प्रवासी राजस्थानियों के विभिन्न संगठनों की बैठकों के दौर भी प्रारम्भ हो गए हैं। इसमें हाड़ौती अंचल के बूंदी, कोटा में हरसंभव मदद पहुंचाने का आश्वासन वहां सक्रिय लोगों को हाड़ौती विकास मंच ने दिया है। इसी तरह से बैठकों के आयोजन शेखावाटी अंचल के विभिन्न गांव-कस्बों के प्रवासी राजस्थानियों के संगठनों की ओर से भी सोमवार को आयोजित की गई है और संगठनों ने गांव-कस्बे में कोरोना से पैदा हुए दर्द को बांटने के लिए स्टेंडबाय की स्थिति में स्वयं को तैयार बताया है।

-12 लाख की मेडिकल सामग्री सौंपी

मेवाड़ अंचल से सटे सिरोही जिले में संचालित कोविड आइसोलेशन सेंटर में कोरोना मरीजों के उपचार में सहयोगार्थ कर्मभूमि से जन्मभूमि चलो गांव की ओर…अभियान के तहत 12 लाख की मेडिकल सामग्री जिला कलक्टर को सौंपी है। यह सामग्री सौंपते हुए सूरत महानगरपालिका की स्लम इम्प्रूवमेंट कमेटी के चेयरमैन दिनेश राजपुरोहित ने बताया कि एक महीने तक सूरत में नमो कोविड आइसोलेशन सेंटर संचालित कर सैकड़ों कोरोना मरीजों को सकुशल घर लौटाया गया है। इधर, सिरोही जिले में कोरोना के बढ़ते प्रभाव और परिचितों के सम्पर्क करने पर 12 लाख से अधिक की मेडिकल सामग्री यहां पर जिला कलक्टर को सौंपी गई है। इसमें ऑक्सीजन कंसट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, मेडिसिन, मास्क समेत सेंटर के लिए उपयोगी अन्य कई जरूरी वस्तुएं शामिल है। इस दौरान वहां भाजपा नगर अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित, विजय पटेल, विक्रमसिंह राजपुरोहित, महिपालसिंह चारण, अशोक रूपाजी पुरोहित, नारायणलाल पुरोहित, रामेश्वर चौधरी, बालकिशन नून, प्रवीण पुरोहित जावाल, राहुल रावल, नून सरपंच नेनसिंह राजपुरोहित आदि मौजूद थे।
-भेजी दवा समेत अन्य सामग्री

राजस्थान के चुरू जिले के सुजानगढ़ स्थित अग्रसेन भवन में कोविड चिकित्सा सहायता केंद्र संचालित है और कोरोना काल के विकट संकट में शहर में सक्रिय सुजानगढ़ नागरिक परिषद ने वहां के लिए दवा समेत अन्य आवश्यक सामग्री भेजी है। परिषद ने बताया कि कोरोना मरीजों को दी जाने वाली आवश्यक दवा के अलावा सुजानगढ़ अन्य कई आवश्यक सामग्री सेंटर के उपयोगार्थ भेजी गई है। चुरु जिले के सुजानगढ़ व आसपास की गांव-ढाणी के सैकड़ों प्रवासी राजस्थानी सूरत में बसे हैं।
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-सायरा अंचल में मदद को बढ़ाया हाथ

सूरत में सक्रिय निष्काम कर्म सेवा फाउंडेशन राजस्थान के मेवाड़ अंचल के वनवासी विस्तार में कोरोना मरीजों के बीच सेवारत है। फाउंडेशन के सेवाकार्य में मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए विप्र फाउंडेशन सूरत जोन-15 ने सोमवार को कोरोना मरीजों के उपचार में उपयोगी दवा की डेढ़ सौ किट उदयपुर जिले के सायरा क्षेत्र में भेजी है। यह दवा वहां पर अस्पताल, सेंटर के माध्यम से जरुरतमंद लोगों के बीच वितरित की जाएगी। संस्था वृद्धाश्रम में प्रत्येक माह जरूरी दवा उपलब्ध करवाती है।
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