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समाज को संगठित होना होगा: जैन मुनि

locationसूरतPublished: Mar 16, 2019 06:17:29 pm

Submitted by:

Sunil Mishra

जैनों की कम होती संख्या चिंताजनक

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समाज को संगठित होना होगा: जैन मुनि

वलसाड. जैन संत विमल सागर महाराज ने मोघाभाई हॉल में प्रवचन के दौरान समाज को एकजुट होने का आह्वान किया। वे डंूगरी से पदयात्रा करके वलसाड पहुंचे थे। जैन संत विमलसागर लम्बी पदयात्रा के चलते डंूगरी से वलसाड पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के दौर में जैन समाज लघुमति में आने लगा है। जैनों की कम होती संख्या चिंताजनक है। देश में 2200 साल पहले जैन समाज 40 करोड़ के आसपास थे जो आज सिर्फ 42 लाख ही रह गए हैं। देश मे बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है। समाज को अपनी जनसंख्या बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिए।
24 साल बाद मिली विकास नक्शे को मंजूरी
वापी. शहर के सुनियोजित विकास के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे वापी के विकास नक्शा को राज्य सरकार ने मंजूरी प्रदान कर दी है। करीब 24 साल से लोगों को इसकी प्रतीक्षा थी। इस संबंध में अधिसूचना जारी होने से लोगों में उत्साह है। जानकारी के अनुसार विकास नक्शा प्लान पहली बार 1985 में बना था। उसकी मियाद दस साल की थी। इसके तहत दस साल बाद फिर से नया प्लान सरकार से मंजूर करवाना जरूरी था, लेकिन 1995 में वापी नपा का गठन होने के बाद से आज तक कई बार वापी के विकास नक्शे को मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा गया था, लेकिन किसी न किसी कारण मंजूरी नहीं मिली। आखिरकार कुछ महीने पहले वर्तमान नपा शासकों ने फिर से सरकार के पास विकास नक्शा को मंजूरी के लिए भेजा था और सरकार ने इसे मंजूरी दे दी। आठ मार्च को इस संबंध में अखबारों में प्राथमिक स्तरीय अधिसूचना भी घोषित की जा चुकी है। इसके बाद से चला और डुंगरा क्षेत्र के लोगों, खासतौर पर जमीन मालिकों में खुशी का माहौल है। कई लोगों ने बताया कि अब सुनियोजित तरीके से शहर का विकास होगा।
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