24 साल बाद मिली विकास नक्शे को मंजूरी
वापी. शहर के सुनियोजित विकास के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे वापी के विकास नक्शा को राज्य सरकार ने मंजूरी प्रदान कर दी है। करीब 24 साल से लोगों को इसकी प्रतीक्षा थी। इस संबंध में अधिसूचना जारी होने से लोगों में उत्साह है। जानकारी के अनुसार विकास नक्शा प्लान पहली बार 1985 में बना था। उसकी मियाद दस साल की थी। इसके तहत दस साल बाद फिर से नया प्लान सरकार से मंजूर करवाना जरूरी था, लेकिन 1995 में वापी नपा का गठन होने के बाद से आज तक कई बार वापी के विकास नक्शे को मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा गया था, लेकिन किसी न किसी कारण मंजूरी नहीं मिली। आखिरकार कुछ महीने पहले वर्तमान नपा शासकों ने फिर से सरकार के पास विकास नक्शा को मंजूरी के लिए भेजा था और सरकार ने इसे मंजूरी दे दी। आठ मार्च को इस संबंध में अखबारों में प्राथमिक स्तरीय अधिसूचना भी घोषित की जा चुकी है। इसके बाद से चला और डुंगरा क्षेत्र के लोगों, खासतौर पर जमीन मालिकों में खुशी का माहौल है। कई लोगों ने बताया कि अब सुनियोजित तरीके से शहर का विकास होगा।
वापी. शहर के सुनियोजित विकास के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे वापी के विकास नक्शा को राज्य सरकार ने मंजूरी प्रदान कर दी है। करीब 24 साल से लोगों को इसकी प्रतीक्षा थी। इस संबंध में अधिसूचना जारी होने से लोगों में उत्साह है। जानकारी के अनुसार विकास नक्शा प्लान पहली बार 1985 में बना था। उसकी मियाद दस साल की थी। इसके तहत दस साल बाद फिर से नया प्लान सरकार से मंजूर करवाना जरूरी था, लेकिन 1995 में वापी नपा का गठन होने के बाद से आज तक कई बार वापी के विकास नक्शे को मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा गया था, लेकिन किसी न किसी कारण मंजूरी नहीं मिली। आखिरकार कुछ महीने पहले वर्तमान नपा शासकों ने फिर से सरकार के पास विकास नक्शा को मंजूरी के लिए भेजा था और सरकार ने इसे मंजूरी दे दी। आठ मार्च को इस संबंध में अखबारों में प्राथमिक स्तरीय अधिसूचना भी घोषित की जा चुकी है। इसके बाद से चला और डुंगरा क्षेत्र के लोगों, खासतौर पर जमीन मालिकों में खुशी का माहौल है। कई लोगों ने बताया कि अब सुनियोजित तरीके से शहर का विकास होगा।