कपड़ा व्यापार में अलग-अलग स्लैब में गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू किए जाने के निर्णय के विरोध में कपड़ा बाजार में 18 दिन तक हड़ताल रखी गई थी। हाल ही जीएसटी काउंसिल की बैठक में कुछ रियायत दी गई, जिस पर कपड़ा बाजार में कुछ व्यापारियों ने खुशी जताई तो कई व्यापारी इससे खफा हैं। जीएसटी काउंसिल की बैठक से पहले फोस्टा की बैठक में दीपावली पर रोशनी किए जाने अथवा नहीं किए जाने का निर्णय होना था, लेकिन सरलीकरण की उम्मीद में निर्णय स्थगित कर दिया गया था। जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद फोस्टा ने इस पर निर्णय के लिए सोमवार को बैठक तय की थी। वह अपरिहार्य कारणों से नहीं हो पाई।
मार्केट एसोसिएशन पर छोड़ा
फोस्टा के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने बताया कि जीएसटी से कपड़ा व्यापारी परेशान हैं और समस्या से निजात चाहते हैं। कपड़ा व्यापारियों की मंशा दीपावली पर सजावट नहीं कर सरकार के निर्णय के प्रति नाराजगी जाहिर करने की है। सोमवार को फोस्टा के महामंत्री समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद नहीं होने से बैठक नहीं हो पाई। दीपावली पर मार्केट इमारतों में रोशनी करने अथवा नहीं करने का निर्णय मार्केट एसोसिएशनों पर छोड़़ा गया है।
पर्व खुशियां का प्रतीक
साउथ गुजरात टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सांवरप्रसाद बुधिया ने कहा कि दीपावली खुशियों का त्योहार है, इसकी खुशियां सबको मनानी चाहिए। एसोसिएशन कपड़ा बाजार में भी दीपावली की खुशियां मनाएगी। वहीं, व्यापार प्रगति संघ के संजय जगनानी ने बताया कि जीएसटी की कई उलझनें बाकी हैं। कपड़ा व्यापार के हित में उन्हें सुलझाना आवश्यक है। विरोध के तरीके कई हैं। दीपावली पर रोशनी से एतराज नहीं कर सकते।
वीवर्स ने रोकी यार्न की खरीद, नए परिपत्र तक करेंगे इंतजार
ीएसटी काउंसिल की मीटिंग में यार्न पर ड्यूटी 18 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत करने का फैसला किया गया है, लेकिन यार्न उत्पादक और व्यवसायी लिखित परिपत्र का इंतजार कर रहे हैं तथा 18 प्रतिशत ड्यूटी ही मांग रहे हैं। इसलिए वीवर्स ने नया परिपत्र आने तक खरीद रोक दी है।
यार्न पर 18 प्रतिशत ड्यूटी के कारण वीवर्स चिंतित थे। वह ड्यूटी घटाने की मांग कर रहे थे। इसे देखते हुए जीएसटी काउंसिल की पिछली मीटिंग में यार्न पर ड्यूटी घटाकर 12 प्रतिशत करने का फैसला किया गया। इस घोषणा के बाद भी कुछ यार्न व्यवसायी सरकार की ओर से लिखित निर्देश का इंतजार कर रहे हैं और फिलहाल 18 प्रतिशत ड्यूटी के हिसाब से ही बिल बना रहे हैं। ऐसे में वीवर्स ने यार्न की खरीद पर ब्रेक लगा दिया है। वीवर धर्मेश कापडिय़ा और मयूर गोलवाला ने बताया कि कई यार्न व्यवसायी यार्न पर 18 प्रतिशत ड्यूटी लगा रहे हैं। इसलिए वीवर्स ने ज्यादा खरीद बंद कर दी है।
यहां भी वही हिसाब : जीएसटी काउंसिल की मींटिंग में होटल में भोजन पर जीएसटी 18 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत करने का फैसला किया गया, लेकिन अभी तक इसका परिपत्र नहीं आने के कारण होटल संचालक 18 प्रतिशत ही वसूल रहे हैं। साउथ गुजरात होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट सनत रेलिया ने बताया कि नया परिपत्र मिलने के बाद 12 प्रतिशत जीएसटी लिया जाएगा।