सूरत

SPORTS : लॉक डाउन में प्रेक्टिस के साथ जर्मन सीख रहे है हरमीत देसाई

covid19: lockdown in surat – अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी हरमीत ने पत्रिका से की खास बातचीत
SPORTS: Harmeet Desai learning German with practice in lock down – International table tennis player had a special conversation with rajasthan patrika

सूरतMay 30, 2020 / 12:08 pm

Dinesh M Trivedi

SPORTS : लॉक डाउन में प्रेक्टिस के साथ जर्मन सीख रहे है हरमीत देसाई


दिनेश एम. त्रिवेदी
सूरत. टेबल टेनिस के जरिए सूरत को खेल जगत में पहचान दिलाने वाले हरमीत देसाई लॉक डाउन में खेल की प्रेक्टिस के साथ साथ जर्मन भाषा भी सीख रहे है। पत्रिका से विशेष बातचीत में हरमित ने बताया कि पिछले कुछ समय से वह जर्मनी को अपना बेस बना कर कोचिंग कर रहे है और अपने खेल में सुधार लाने के लिए आधुनिक तकनीकों का भी उपयोग कर रहे है।
उन्होंने बताया कि ओमान में टूर्नामेंट खत्म होने पर वह वहां ऑलम्पिक की तैयारी के लिए सीधे जर्मनी जाना चाहते थे, लेकिन तब तक जर्मनी में कोरोना वायरस (कोविड-19) की एन्ट्री हो चुकी थी। वहां हालात लगातार बिगड़ रहे थे। इसलिए ओमान से वह भारत लौट आए। सूरत आने के चार दिन बाद ही लॉक डाउन की घोषणा हो गई।
तब से घर पर ही है। लंबे समय बाद इतना वक्त परिवार के साथ बिताने का मौका मिला है। इस खाली समय में वह जर्मन भाषा सीख रहे है। ताकी हालात सामान्य होने पर फिर से वहां जाकर तैयारी कर सके। साथ ही कुकिंग, पियानो बजाने आदि के अपने शौख भी पूरे कर रहे है। साथ ही सबसे अपील करते है कि कोरोना को हराने में सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करे।
उल्लेखनीय है कि टेबल टेनिस में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एशीयन गेम्स, कॉमनवैल्थ जैसे बड़े टूर्नामेंटों में पदक जीत चुके हरमीत देसाई को पिछले साल ही अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था। फिलहाल हरमीत का सपना ऑलम्पिक में पदक जीत कर भारत का परचम लहराने का है। इसके लिए वे लगातार तैयारियों में जुटे है। आईटीटीएफ में उनकी वर्तमान रैकिंग 87 है।
रोबो के साथ की प्रेक्टिस


26 वर्षीय हरमीत ने बताया कि उनके पास एक रोबोट है। जो विशेष तौर से प्रेक्टिस के लिए बना है। लॉक डाउन 1.0 से 3.0 तक उसी का उपयोग कर प्रतिदिन दो घंटे अभ्यास करता था। 4.0 में प्रेक्टिस की छूट मिली है। लेकिन अभी सभी क्लब बंद है। एक स्थानीय खिलाड़ी मित्र घर आता है। हम खुद को सेनेटाइज कर नियमित प्रेक्टिस कर रहे है।
फिलहॉल सभी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट निरस्त हो चुके है। ऑलम्पिक समेत किसी भी टूर्नामेंट के लिए कोई समय भी निर्धारित नहीं हुआ है। एक देश से दूसरे देश में आने जाने पर भी पाबंदी है। ये सब कब शुरु होगा इस बारे में फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन कोशिस है जब भी शुरुआत हो मैं खेल के लिए तैयार रहूं।
मां के साथ योग और व्यायाम


उन्होंने कहा शारीरिक रूप से खुद को फिट रखने के लिए घर के लॉन में नियमित रुप से ध्यान और योग करता हूं। साथ ही व्यायाम और एकाग्रता का अभ्यास भी करता हूं। इसमें मेरी मां अर्चना देसाई और परिवार के अन्य लोग भी साथ देते है। वीडियो कॉलिंग व कान्फ्रेसिंग के जरिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाडियों और कोच के संपर्क में रहता हूं और जूनीयर खिलाडिय़ों के मार्ग दर्शन में मदद करता हूं।
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