उन्होंने दूसरे मरीजों के लिए ऊंचे मनोबल के साथ कोरोना वायरस की लड़ाई जीतने का मंत्र दिया है। उन्होंने चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ की बहुत तारिफ की। उन्होंने कहा कि अस्पताल के स्टाफ उसे ऐसे संभालते थे जैसे मैं उन सभी लोगों की दादी ही हूं। गौरतलब है कि, दूसरी लहर में न्यू सिविल और स्मीमेर में भर्ती बड़ी उम्र के बुजुर्ग लोगों ने कोरोना को हराया है। बाइपेप और वेंटिलेटर पर जाने के बाद भी कई गंभीर वृद्धों को चिकित्सकों ने मौत के मुंह से बचाया है।