आर्किटेक्चर के लिए प्रवेश का मॉक राउंड हुआ तभी सभी आर्किटेक्चर कॉलेज संचालकों में निराशा छा गई थी। 2000 हजार से अधिक विद्यार्थी प्रवेश प्रक्रिया में पंजीकृत होने के बाद भी मॉक राउंड में 314 सीट रिक्त रह जाना चिंता का विषय बन गया था।
मॉक राउंड में ही दक्षिण गुजरात के आर्किटेक्चर कॉलेजों में सीटें रिक्त थी। वीर नर्मद दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी में 52, भगवान महावीर में 89, रमण भक्ता में 41, विधियामंदिर कॉलेज में 22, पीपी सावनी की 23 सीटों पर किसी ने मॉक राउंड में प्रवेश नहीं लिया था। जिसने कॉलेज संचालकों की चिंता बढ़ा दी थी।
रिक्त सीट बनती जा रही है परेशानी का कारण:
आर्किटेक्चर की डिग्री पाने में लाखो की फीस हो जाती है। इसका प्रभाव प्रवेश पर हो रहा है। इसलिए आर्किटेक्चर की सीट रिक्त हो रही है। इस क्षेत्र में फिलहाल डाउन फॉल चल रहा है। सीटों का रिक्त रह जाना चिंता का विषय बन गया है।
– वीरेन महीडा, सिंडीकेट सदस्य, वीएनएसजीयू