प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को दक्षिण गुजरात की सभी सहकारी मिलों के प्रमुख-उपप्रमुख और एमडी की बैठक गुजरात राज्य खांड उद्योग संघ के प्रमुख मानसिंह पटेल की अध्यक्षता मे गणदेवी शुगर मिल में हुई। बैठक में चीनी बाजार की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए गन्ने के आखिरी भाव घोषित करने के लिए चर्चा हुई। बैठक में सभी शुगर मिलों के संचालकों में आपसी सहमति नहीं होने के कारण स्टॉक वैल्यू तय करने में बाधा आई। अंत में शुगर मिलों के संचालक अपने तरीके से स्वयं की शुगर मिलों के पिछले तीन माह की औसत बिक्री और स्टॉक को ध्यान में रख बैलेंस सीट के आधार पर स्टॉक वैल्यू तय करने का निर्णय लिया गया।
पिछले साल गन्ने की पैदावार कम होने से चीनी के उत्पादन में भी कमी आई। जिससे बाजार में चीनी के दाम बढने से किसानों को गन्ने के ऐतिहासिक भाव दिए गए थे। पिछले साल अच्छे भाव देने के लिए शुगर मिलों में होड लगी हुई थी। वहीं इस बार स्थिति विपरीत होने कारण गन्ने के औसतन भाव देने में मुश्किले आ सकती है। वर्ष 2016-17 में चीनी 3650 प्रति 100 किलोग्राम के भाव से बिकी थी। वहीं इस बार 3100 से 3200 प्रति 100 किलोग्राम के दाम से बिक रही है। ऐसे में आशंका है कि किसानों को इस बार पिछले साल के मुकाबले गन्ने के कम दाम मिल सकते हैं।