-मुहिम पकड़ेगी जोर और करोड़ों में संग्रह सूरत महानगर में कपड़ा मिलों की संख्या साढ़े चार सौ करीब है और सम्पूर्ण कपड़ा उद्योग में कार्यरत लोगों की संख्या करीब 8 लाख है। इसी तरह से शहर के हीरा उद्योग में छोटी-बड़ी 3-4 हजार यूनिटों में 7 लाख लोग कार्यरत है। अभियान से जुड़े लोगों का मानना है कि यह सभी लोग अपने आराध्यदेव के प्रति समर्पण भाव से कम से कम सौ-सौ रुपए की समर्पित करते हैं तो यह राशि ही पंद्रह करोड़ के पार चली जाती है, जबकि मंगलवार को संस्कार मिल से जिस तरह की शुरुआत हुई है उससे यह आंकड़़ा बहुत आगे जाता प्रतीत होता है।
-ढाई करोड़ की राशि गुप्त नाम से जन-जन के हृदयपटल में विराजित प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण में सूरत महानगर में किस तरह का ज्वार लोगों के बीच उठ रहा है, उसका एक और प्रमाण गुप्त नाम से ढाई करोड़ की समर्पण निधि से मिला है। श्रीरामभक्त की ईच्छा मुताबिक अभियान से जुड़े पदाधिकारियों व अन्य लोगों ने उनका नाम उजागर नहीं किया है और अब इस कड़ी में नए नाम जुडऩे की संभावना भी वे व्यक्त करने लगे हैं। सूरत में अभियान का आलम यह है कि शामिल सक्रिय पदाधिकारियों को कहीं जाना नहीं पड़ रहा बल्कि उन्हें बुलाया जा रहा है।
-एक दिन का वेतन 5 लाख 55 हजार 555 संस्कार प्रोसेसर्स परिवार ने एक दिन राम के नाम…कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को हाउस के सभी आठ सौ करीब स्टाफकर्मियों के एक दिन के वेतन की राशि पांच लाख पचपन हजार पांच सौ पचपन रुपए का चैक संघचालक सुरेश मास्टर, विहिप के अनिल रुंगटा, संजय बंसल आदि को सौंपा गया। यह चैक संस्कार मिल के मैनजिंग डायरेक्टर व अग्रवाल विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, डायरेक्टर व विहिप महानगर इकाई के उपाध्यक्ष कैप्टन विपिन पिल्लई ने कर्मचारियों के हाथों सुपुर्द करवाया।