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Surat/ कोरोना का दंश :  27 दिनों में ही मौतों का आंकड़ा 100 के पार

locationसूरतPublished: Jan 23, 2022 04:41:55 pm

50 फीसदी मौतें सिर्फ 4 दिनों में हुई, पहली लहर में 35 तो दूसरी लहर में 37 दिन लगे थे 100 का आंकड़ा पार करने में, सबसे अधिक 30 मौतें अहमदाबाद में और 24 सूरत में

Surat/ कोरोना का दंश :  27 दिनों में ही मौतों का आंकड़ा 100 के पार

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सूरत. राज्य में कोरोना की तीसरी लहर ने रफ्तार पकड़ी है। इस बार एक ही दिन में रिकॉर्ड केस सामने आ रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है की अस्पतालों में कम मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है तो सामने आने वाले केसों के मुकाबले इस बार मौतों का आंकड़ा भी कम है। लेकिन, पहली और दूसरी लहर के मुकाबले मौतों की रफ्तार इस बार तेज है। सिर्फ 27 दिनों में ही मौतों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया है। जबकि पहली लहर में 100 का आंकड़ा पार होने में 35 और दूसरी लहर में 37 दिन लगे थे। गंभीर बात तो यह है कि 104 मौतों में से पचास फीसदी मौतें सिर्फ 4 दिनों में ही हुई हैं। वहीं, मौतों के मामलों में तीसरी लहर में अब तक सबसे अधिक 30 मौतें अहमदाबाद में और 24 मौतें सूरत में हुई है।
राज्य में 26 दिसंबर से कोरोना की तीसरी लहर शुरू हुई है और 27 दिनों में 1.93 लाख नए केस सामने आ चुके हैं। 26 दिसंबर से 21 जनवरी तक 27 दिनों में राज्य में 104 मरीजों की मौत हुई है। वहीं, 22 फरवरी, 2021 से राज्य में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई थी और 22 फरवरी से 30 मार्च तक यानी 37 दिनों में 38234 केस सामने आए थे और 105 मरीजों की मौत हुई थीं। जबकि 19 मार्च को कोरोना का पहला मरीज राज्य में मिला था और 22 मार्च को पहली मौत हुई थी। पहली लहर में मौतों ने 100 के आंकड़े को 35 दिनों में छुआ था।
पहली और दूसरी लहर से तीसरी में केसों के मुकाबले कम मौतें

तीसरी लहर में संक्रमण तेजी से फैल रहा है और मरीजों की संख्या भी बड़ी है, लेकिन राहत की बात यह है कि इस बार नए केसों की संख्या के मुकाबले मौतों आंकड़ा पहली और दूसरी लहर से कम है। पहली लहर में 35 दिनों में प्रति 23 मरीजों पर एक मौत हुई थी और 2407 मरीज दर्ज हुए थे। दूसरी लहर में 364 मरीजों पर एक मरीज की मौत हुई थी तो तीसरी लहर में 1862 मरीजों पर एक मौत हुई हैं।
इस बार इसलिए मौतें कम

पहली और दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर में 100 मौतें भले ही कम दिनों में हुई हैं, लेकिन केसों के मुकाबले यह आंकड़ा राहत देने वाला है। इसके पीछे की वजह यह है कि अधिकतर लोग टीका लगवाकर सुरक्षित हो चुके है। पहली और दूसरी लहर का अनुभव उपचार में काम आ रहा है। वहीं कम मरीजों की प्रकृति गंभीर हो रही है।
किस लहर में कितने दिनों में हुई 100 मौतें

लहर दिन मौतें केस
पहली 35 104 2407
दूसरी 37 105 38234
तीसरी 27 104 193606

27 दिन में किस जिले में कितनी मौतें

जिला मौतें
अहमदाबाद 30
सूरत 24
वडोदरा 03
राजकोट 08
वलसाड 08
भावनगर 06
नवसारी 05
जामनगर 04
खेड़ा 03
पोरबंदर 02
तापी 02
साबरकांठा 02
भरुच 01
गांधीनगर 01
पंचमहाल 01
अरवल्ली 01
अमरेली 01
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