बीते कुछ वर्षों से जिस तरह से जलवायु परिवर्तन पर अध्ययन हुए हैं, उनकी रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। समुद्र का जलस्तर बढऩे के साथ ही मौसम में बदलाव और तापमान बढऩे तक का अंदेशा जताया जा रहा है। जलवायु परिवर्तन की गति को बढ़ाने में लाइव स्ट्रीमिंग, पर्यावरण प्रदूषण और कई अन्य कारक जिम्मेदार माने जा रहे हैं। रिपोट्र्स के मुताबिक कार्बन उत्सर्जन भी जलवायु परिवर्तन की गति मेें तेजी की बड़ी वजह बना है। वैज्ञानिक भी बीते कई दशक से कार्बन उत्सर्जन के खतरे से आगाह करते रहे हैं। उन्होंने ओजोन की परत मेें बढ़ रहे छेद के लिए इसे जिम्मेदार माना है।
जलवायु परिवर्तन पर आई रिपोट्र्स में सूरत को भी प्रभावित होने वाले शहरों की सूची में शामिल किया गया है। जलवायु परिवर्तन की गति को धीमा करने के लिए तमाम स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कार्बन एमिशन कम कर इन प्रयासों में सूरत महानगर पालिका भी अपनी ओर से बड़ा योगदान कर रही है। सूरत महानगर पालिका विंड पावर और सोलर पैनल लगाकर हर साल 70800 टन सालाना कार्बन एमिशन कम कर रही है। इसमें 64 हजार टन कार्बन एमिशन विंड पावर प्रोजेक्ट्स से कम हो रहा है और सोलर पैनल से 6800 टन कार्बन एमिशन कम हो रहा है। जलवायु परिवर्तन पर नजर रख रहे विशेषज्ञ इसे बड़ी उपलब्धि के रूप में देख रहे हैं।