लम्बी उधारी में विश्वास नहीं
हाल में जो ग्राहकी कपड़ा बाजार में दिख रही है उसमें वे ही व्यापारी अधिक सूरत कपड़ा मंडी पहुंच रहे हैं जिन्हें कपड़े की अधिक जरूरत है। ऐसे व्यापारियों के साथ स्थानीय व्यापारी भी अब पहले जैसे व्यापार के मूड में नहीं है और वे एक-डेढ़ माह से ज्यादा की उधारी में माल देने से बच रहे है। इसमें भी पुराने माल का स्टॉक ही पहले क्लीयर किया जा रहा है।
मिलों में नहीं है श्रमिक, इसलिए है दिक्कत
ड्रेस मटीरियल्स के कारोबारी कालूराम चौधरी ने बताया कि केटलॉक वाइज ड्रेस इन दिनों पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल की कपड़ा मंडियों में खूब बिक रहा है और साखदार व्यापारियों का स्टॉल भी कम हुआ है। नया माल तैयार करने के लिए कपड़ा व्यापारी मिलों के भरोसे है और मिलों में श्रमिक अभी पूरी तरह से नहीं पहुंचे हैं, इसलिए वहां माल बनने में दिक्कतें हो रही है।
डिमांड है पर तैयार नहीं
सूरत कपड़ा मंडी में व्यापारिक हलचल है और नए माल की डिमांड भी है लेकिन, श्रमिकों के अभाव समेत अन्य कई दिक्कतों से नया माल पर्याप्त मात्रा में तैयार नहीं है। व्यापारी भी पुराने स्टॉक को खत्म करने पर ही ध्यान केंद्रित कर रखे हैं।
जगदीश कोठारी, कपड़ा व्यापारी, शंकर टैक्सटाइल मार्केट