-गुडलक मार्केट में सोलर पैनल से व्यापारी बचाएंगे बिजली खर्च, वाहनों की पार्किंग में भी नहीं आएगी समस्या, गुडलक मार्केट में 128 सोलर पैनल से प्रतिदिन 300 यूनिट बिजली उत्पादन हो सकेगा
SURAT KAPDA MANDI: गुडलक मार्केट ने बिजली उत्पादन क्षेत्र में कहा ‘गुड-लक’
सूरत. ऊर्जा क्षेत्र में बेहतर भविष्य बनाने की दिशा में एशिया की सबसे बड़ी सूरत कपड़ा मंडी के एक और टैक्सटाइल मार्केट ने इबारत लिखने की तैयारी कर ली है और वह है गुडलक मार्केट। यहां पहले बरसाती पानी की बचत और अब सौर ऊर्जा से बिजली की बचत के लिए पार्किंग परिसर में 128 सोलर पैनल लगकर तैयार हो गए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सौर ऊर्जा के अधिक उपयोग और बिजली बचत के दूरदर्शी स्वप्न को साकार करने में रोजाना करोड़ों रुपए का कपड़ा कारोबार करने वाली सूरत कपड़ा मंडी के कपड़ा व्यापारियों की जागरुकता साफ दिखाई देने लगी है। सूरत कपड़ा मंडी में सोलर पावर प्लांट स्थापित करने के मामले में जश टैक्सटाइल मार्केट के बाद गुडलक टैक्सटाइल मार्केट दूसरा मार्केट बन गया है। मार्केट परिसर में स्थित एक मंजिला पार्किंग परिसर में करीब डेढ़ महीने से सोलर पैनल लगाए जाने का कार्य द्रुत गति से जारी है और अब दो-तीन दिन में पूरे गुडलक मार्केट की बिजली सौर ऊर्जा से रोशन होने लगेगी। यहां मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन ने सूझबूझ से पार्किंग परिसर में करीब दस फीट की ऊंचाई पर साढ़े चार हजार वर्गफीट क्षेत्र में 128 सोलर पैनल लगवाए है, जबकि मार्केट की छत को दूसरी योजना के लिए फिलहाल बाकी रखा गया है।
-आवासीय मार्केट है गुडलक- श्रीसालासर हनुमान मार्ग स्थित छह मंजिला गुडलक टैक्सटाइल मार्केट में 260 से ज्यादा दुकानें है। दो पैसेेंजर एक गुड्स लिफ्ट के अलावा मोटर बोरिंग, सीसीटीवी कैमरे, सैकड़ों की संख्या में पैसेज व अन्यत्र स्थल पर जलने वाली लाइट्स से प्रतिदिन 200 यूनिट बिजली उपभोग होता है। आवासीय मार्केट होने से यहां पर दिन-रात बिजली का उपयोग होता है और प्रतिमाह 55-60 हजार बिजली बिल आता है।
-कुछ नया करने की सीख- गुडलक मार्केट में पहले रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के सफलतम प्रयोग के बाद अब सोलर पावर प्लांट की दिशा में कपड़ा व्यापारी आगे बढ़े हैं। इसके बाद भी गुडलक मार्केट के व्यापारी कपड़ा कारोबार के साथ-साथ अन्य क्षेत्र में आगे बढ़ते रहेंगे।
दिनेश कटारिया, सचिव, गुडलक टैक्सटाइल मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएसन। -पाइपलाइन में है योजना- महावीर टैक्सटाइल मार्केट में भी सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना पाइपलाइन में है और इस दिशा में मार्केट एसोसिएशन जानकारी भी संग्रहित कर रही है। उचित समय पर प्लांट स्थापित करने की तैयारियां की जाएगी।
प्रकाश संघवी, अध्यक्ष, महावीर टैक्सटाइल मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन।
-यूं बचेगा बिजली खर्च- सोलर पावर प्लांट की शुरुआत होते ही गुडलक मार्केट में 128 सोलर पैनल से प्रतिदिन 300 यूनिट बिजली उत्पादन हो सकेगा और इसका मार्केट सौ फीसद उपयोग कर सकेगा। सरकारी नियमों में पहले यह 50 फीसद उपयोग तक ही सीमित था। मार्केट में प्रतिदिन 200 यूनिट बिजली उपभोग होता है और ऐसी स्थिति में प्रतिदिन 100 यूनिट बिजली की बचत होगी जो कि मानसून के दौरान उपयोगी साबित होगी।
-दुकानों तक पहुंचाने की है योजना- गुडलक मार्केट में अभी 50 किलोवॉट का सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा है और इसमें पार्किंग परिसर का उपयोग किया गया है। भविष्य में मार्केट की छत पर सोलर पावर प्लांट लगाकर सभी दुकानों तक सौर ऊर्जा से बिजली पहुंचाने की योजना है। इससे प्रत्येक दुकानदार का मासिक 1500 से 2000 रुपए का बिजली खर्च बच सकेगा। यह बड़ा प्रोजेक्ट होगा लेकिन, इसके लिए पर्याप्त जगह छत पर उपलब्ध है।
-4 करोड़ लीटर पानी जमीन में उतरा- सूरत कपड़ा मंडी में सबसे पहला रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम चार-पांच साल पहले गुडलक टैक्सटाइल मार्केट में ही लागू किया गया था। बारिश में फेल बोरिंग को टैरेस की पाइपलाइन से जोड़कर हैवी पीपी के पानी को मीठे पानी में कन्वर्ट करने में सफलता मिलने पर व्यवस्थित 10 बाय 10 का कुआ बनाकर रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाया गया। 41 हजार वर्गफीट में फैले मार्केट का 90 फीसद पानी ढाई सौ फीट नीचे जमीन में जाता है और अब तक 4 करोड़ लीटर से ज्यादा पानी जमीन में उतारा जा चुका है।