-अहमदाबाद अव्वल उत्पादक मंडी
डेनिम वस्त्र उत्पादन में अहमदाबाद कपड़ा मंडी अव्वल है और तीसरे स्थान पर बनी सूरत कपड़ा मंडी को भी इसके साथ जोड़ लिया जाए तो देशभर में कुल उत्पादन का 70-75 फीसदी डेनिम वस्त्र दोनों मंडियों में तैयार होता है। कोरोना के बाद निर्यात को तेजी से बढ़ावा मिलने से और अहमदाबाद में प्रदुषण मामले से प्रतिकूल स्थिति होने से सूरत कपड़ा मंडी में डेनिम वस्त्र उत्पादन को अधिक अवसर मिलता जा रहा है। देशभर में डेनिम कारोबार सालाना 35 हजार करोड़ रुपए का आंका जाता है।
डेनिम वस्त्र उत्पादन में अहमदाबाद कपड़ा मंडी अव्वल है और तीसरे स्थान पर बनी सूरत कपड़ा मंडी को भी इसके साथ जोड़ लिया जाए तो देशभर में कुल उत्पादन का 70-75 फीसदी डेनिम वस्त्र दोनों मंडियों में तैयार होता है। कोरोना के बाद निर्यात को तेजी से बढ़ावा मिलने से और अहमदाबाद में प्रदुषण मामले से प्रतिकूल स्थिति होने से सूरत कपड़ा मंडी में डेनिम वस्त्र उत्पादन को अधिक अवसर मिलता जा रहा है। देशभर में डेनिम कारोबार सालाना 35 हजार करोड़ रुपए का आंका जाता है।
-दिल्ली व कोलकाता मंडी में अधिक खपत कपास की खेती में गुजरात अव्वल है और डेनिम वस्त्र का कच्चा माल अहमदाबाद, सूरत मंडी में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। सूरत में स्पीनिंग मिल होने से यार्न भी तैयार होता है, लेकिन ज्यादातर आपूर्ति अहमदाबाद से होती है। सूरत के डेनिम कपड़ों की सर्वाधिक मांग दिल्ली और कोलकाता मंडी में होती है। इसके बाद बेंगलुरू व मुंबई मंडी में सूरत उत्पादित डेनिम कपड़ा जाता है। रेडीमेड वस्त्र की जरूरी स्टीचिंग यूनिटें शुरू होने से रेडिमेड जिंस पेंट और अन्य कपड़े बनने लगे हैं साथ ही भविष्य में इसकी बड़ी संभावना है।
-यूं होता है डेनिम वस्त्र निर्माण
कपास के रेशों को काटकर सूत बनाने के बाद धागों को रंगा जाता है और शटल लूम व प्रोजेक्टाइल लूम पर धागों को बुनकर डेनिम वस्त्र का रूप दिया जाता है। सूरत कपड़ा मंडी में छह तरह के डेनिम तैयार होते हैं और इसमें इंडिगो डेनिम, खिंचाव डेनिम, कुचल डेनिम, एसिडवॉश डेनिम, कच्चा डेनिम व सेनफॉराइज्ड डेनिम शामिल है। डेनिम वस्त्र की इन सभी छह वैरायटियों की अलग-अलग खासियत है और बाजार में यह सभी वैरायटियां अपनी-अपनी गुणवत्ता आधारित मांग के अनुरूप खपत का कारण बनती है।
कपास के रेशों को काटकर सूत बनाने के बाद धागों को रंगा जाता है और शटल लूम व प्रोजेक्टाइल लूम पर धागों को बुनकर डेनिम वस्त्र का रूप दिया जाता है। सूरत कपड़ा मंडी में छह तरह के डेनिम तैयार होते हैं और इसमें इंडिगो डेनिम, खिंचाव डेनिम, कुचल डेनिम, एसिडवॉश डेनिम, कच्चा डेनिम व सेनफॉराइज्ड डेनिम शामिल है। डेनिम वस्त्र की इन सभी छह वैरायटियों की अलग-अलग खासियत है और बाजार में यह सभी वैरायटियां अपनी-अपनी गुणवत्ता आधारित मांग के अनुरूप खपत का कारण बनती है।
-सूरत में दिखता है बेहतर भविष्य डेनिम वस्त्र उत्पादन सूरत कपड़ा मंडी में बहुत पुराना नहीं है, लेकिन मौजूदा सभी तरह की व्यापारिक स्थिति में सूरत में इसका बेहतर भविष्य साफ दिखाई देता है। अहमदाबाद में प्रदुषण की बड़ी दिक्कत है, ऐसे में सूरत कपड़ा मंडी उत्पादकों के लिए अनुकूल कहा जा सकता है।
सुनील गोयल, डेनिम वस्त्र कारोबारी।
-गारमेंट पार्क से मिलेगा बूस्ट
सुनील गोयल, डेनिम वस्त्र कारोबारी।
-गारमेंट पार्क से मिलेगा बूस्ट
डेनिम कारोबार में सूरत तेजी से आगे बढ़ रहा है और टेेक्सटाइल इंडस्ट्रीज कटपीस के बजाय गारमेंट की तरफ बढ़ रही है। सूरत में गारमेंट पार्क जैसी सुविधा होने पर कारोबार को अच्छा बूस्ट मिल सकता है। सूरत कपड़ा मंडी का व्यापारी नए सेक्टर की तरफ भी ध्यान आकृष्ट कर रहा है।
नवलेश गोयल, कपड़ा व्यापारी, न्यू बॉम्बे मार्केट।
नवलेश गोयल, कपड़ा व्यापारी, न्यू बॉम्बे मार्केट।