- किस तरह से बन रहे हैं यहां तिरंगे ध्वज सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारी इन दिनों देश भर से आई तिरंगा ध्वज की डिमांड को ध्यान में रख दो साइज में इसे बना रहे हैं। पहली साइज 12 बाई 18 और दूसरी साइज 20 बाई 30 है। कपड़ा व्यापारी पहले इसे अल्ट्रासाटन व माइक्रो फैब्रिक्स पर बना रहे थे, डिमांड में आई तेजी को ध्यान में रख अब साड़ी के फैब्रिक पर भी इसे खूब बनाया जा रहा है। इसमें 60 ग्राम, 72 बाय 72, वेटलेस, रेनियल, लाइक्रा आदि शामिल है। सामान्य तौर पर इसकी कीमत 9 रुपए से लेकर 20 रुपए तक बताई जा रही है।
- 400 से 500 करोड़ तक का कारोबार होने का अनुमान सूरत कपड़ा मंडी में जिस तरह से निचली मंडियों से हर घर तिरंगा अभियान के तहत तिरंगा ध्वज का आर्डर मिल रहा है उसके मुताबिक कहा जा रहा है कि यह तीन दिवसीय अभियान ही सूरत कपड़ा मंडी को 400 से 500 करोड़ रुपए तक का कारोबार दे जाएगा। तिरंगा ध्वज बनाने का ज्यादातर काम सूरत कपड़ा मंडी के मध्यम दर्जे के व्यापारी कर रहे हैं। जानकार कपड़ा व्यापारियों की मानें तो अभी तक 18 से 20 करोड तिरंगे ध्वज का आर्डर सूरत कपड़ा मंडी को मिल चुका है।
- अच्छे कारोबार की बंधी उम्मीद दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में देश की जनता से हर घर तिरंगा अभियान से जुडऩे का आह्वान किया है। इससे पहले सूरत कपड़ा मंडी में जिस तरह से देश भर की मंडियों से तिरंगे ध्वज के आर्डर मिल रहे हैं उसे देख अच्छे कारोबार की उम्मीद जताई जा सकती है।
हंसराज जैन, कपड़ा उद्यमी, रीजेंट टैक्सटाइल मार्केट -राष्ट्र ध्वज के प्रति झलकता है सम्मान
सूरत कप?ा मंडी में ज्यादातर स्थलों पर राष्ट्रीय ध्वज के प्रति व्यापारी-कर्मचारी वर्ग में सम्मान भी देखने को मिल रहा है। जहां भी मिल, फेक्ट्री में तिरंगा बनाया जा रहा है वहां कर्मचारी पूरे सम्मान के साथ उसे बना रहे है। कई यूनिट में कारीगर बगैर चप्पल-जूते मशीन पर सम्मान के साथ तिरंगा ध्वज बनाने का कार्य कर रहे है। 15-20 करो? तिरंगा ध्वज बनाने की क्षमता सूरत कप?ा मंडी के व्यापारियों के ही बुते है।
सूरत कप?ा मंडी में ज्यादातर स्थलों पर राष्ट्रीय ध्वज के प्रति व्यापारी-कर्मचारी वर्ग में सम्मान भी देखने को मिल रहा है। जहां भी मिल, फेक्ट्री में तिरंगा बनाया जा रहा है वहां कर्मचारी पूरे सम्मान के साथ उसे बना रहे है। कई यूनिट में कारीगर बगैर चप्पल-जूते मशीन पर सम्मान के साथ तिरंगा ध्वज बनाने का कार्य कर रहे है। 15-20 करो? तिरंगा ध्वज बनाने की क्षमता सूरत कप?ा मंडी के व्यापारियों के ही बुते है।
-80 फीसद डिस्पेचिंग हो गई पूरी ब?े पैमाने पर डिमांड में जरूर कमी आई है, लेकिन अब छोटे-छोटे स्तर पर तिरंगे ध्वज की भरपूर डिमांड है। स्थिति यह है कि अभी 80 प्रतिशत डिस्पेचिंग पूरी हो गई है जबकि स्थानीय व्यापारियों को मात्र 30-35 दिन का ही समय मिला।
-संजय सरावगी, कपडा उधमी, अभिषेक मार्केट
- इस 15 अगस्त खास साड़ी भी की गई तैयार आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में देशभर में 3 दिन तक हर घर तिरंगा अभियान को ध्यान रख कपड़ा मंडी के व्यापारियों ने एक खास साड़ी का भी निर्माण किया है। मिडिल सीजन याने राखी का सीजन फेल होने पर यह खास साड़ी देश के कुछ राज्यों के टेस्ट के मुताबिक तैयार की गई है। सफेद रंग की साड़ी पर केसरिया बॉर्डर और बॉर्डर पर हरे रंग की एंब्रॉयडरी इसे तीन रंग में रंगने की भरपूर कोशिश कपड़ा व्यापारियों की ओर से की गई है। इसके अलावा सफेद साड़ी के बीच में जगह-जगह तिरंगे का मार्क, अशोक चक्र को खास डिजाइन किया गया है।
- इस 15 अगस्त खास साड़ी भी की गई तैयार आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में देशभर में 3 दिन तक हर घर तिरंगा अभियान को ध्यान रख कपड़ा मंडी के व्यापारियों ने एक खास साड़ी का भी निर्माण किया है। मिडिल सीजन याने राखी का सीजन फेल होने पर यह खास साड़ी देश के कुछ राज्यों के टेस्ट के मुताबिक तैयार की गई है। सफेद रंग की साड़ी पर केसरिया बॉर्डर और बॉर्डर पर हरे रंग की एंब्रॉयडरी इसे तीन रंग में रंगने की भरपूर कोशिश कपड़ा व्यापारियों की ओर से की गई है। इसके अलावा सफेद साड़ी के बीच में जगह-जगह तिरंगे का मार्क, अशोक चक्र को खास डिजाइन किया गया है।
