scriptSURAT NEWS: कोरोना गाइडलाइन से परंपरागत लोकपर्व में आएगा निखार | SURAT NEWS: Corona guideline will enhance the traditional folk festiva | Patrika News

SURAT NEWS: कोरोना गाइडलाइन से परंपरागत लोकपर्व में आएगा निखार

locationसूरतPublished: Sep 27, 2021 08:34:12 pm

Submitted by:

Dinesh Bhardwaj

-पार्टी प्लॉट, इंडोर स्टेडियम व खुले स्थलों के बजाय गली-मोहल्ले तक सीमित रहेंगे गरबा आयोजन

SURAT NEWS: कोरोना गाइडलाइन से परंपरागत लोकपर्व में आएगा निखार

SURAT NEWS: कोरोना गाइडलाइन से परंपरागत लोकपर्व में आएगा निखार

सूरत. कोरोना महामारी जहां गतवर्ष गुजरात के लोकपर्व नवरात्र के परंपरागत गरबा आयोजनों के आड़े फिर गई थी वो ही कोरोना गाइडलाइन इस बार शेरी गरबा के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र भी बनने को तैयार है। दो-तीन दिन पहले ही जारी सरकारी गाइडलाइन में लोकपर्व नवरात्र के दौरान शेरी गरबा के आयोजनों को ही मंजूरी दी गई है।
गत वर्ष रंगों के त्योहार होली के साथ ही कोरोना महामारी की दस्तक ने देश-दुनिया को हिलाकर रख दिया और तब से लगातार उत्सव-त्योहार महामारी की भेंट चढ़ रहे हैं। कोरोना का धीमा पड़ा कहर और अधिक से अधिक वैक्सीनेसन होने से पिछले दिनों गणपति महोत्सव के दौरान सरकार ने उदारता दिखाई और सोसायटी-अपार्टमेंट में चार फीट की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-पाठ की अनुमति दी। इसके बाद थोड़ी और रियायत देते हुए गुजरात सरकार ने लोकपर्व नवरात्र के परंपरागत शेरी गरबा के आयोजनों को मंजूरी दी है। रात्रि 12 बजे तक चार सौ जने शेरी गरबा में नई गाइडलाइन के मुताबिक भाग ले सकेंगे और वे सभी वैक्सीनेट होने आवश्यक बताए गए हैं।
-परकोटा क्षेत्र में आयोजनों की तैयारियां-

सात अक्टूबर से प्रारम्भ हो रहे नवरात्र पर्व के दौरान इस बार भी गरबा के बड़े आयोजन नहीं हो पाएंगे लेकिन, परंपरागत शेरी गरबा की तैयारियां शहर के परकोटा क्षेत्र में होने लगी है। शहर के सलाबतपुरा, सगरामपुरा, रुस्तमपुरा, रामपुरा, नानपुरा, गोपीपुरा समेत भागातळाब, लालगेट आदि क्षेत्र के गली-मोहल्लों में शेरी गरबा आयोजन की तैयारियों में क्षेत्रीय लोग सक्रिय हो गए हैं।
-अधिक तैयारियों की जरूरत नहीं-

नवरात्र पर्व के दौरान प्रतिदिन रात्रि में शेरी गरबा के आयोजन हो सकेंगे और इसके लिए गली-मोहल्ले के मुख्य स्थल पर मां जगदम्बा व गरबा (कलश) की स्थापना कर शेरी गरबा स्थल को रोशनी से सजाया जाएगा। इसके बाद क्षेत्र के ही गिनती के लोगों को गरबा खेलने की अनुमति दी जाएगी। इस तरह के आयोजन शहर के परकोटा क्षेत्र में अधिक से अधिक आयोजित किए जाएंगे।
-बड़े-बुजुर्ग व बच्चों के लिए ठीक-

शेरी गरबा की अनुमति मिलने से बड़े-बुजुर्गों व बच्चों के लिए ठीक है क्योंकि वे बाहर गरबा खेलने नहीं जा सकते थे। गली-मोहल्ले में ही वे दो-तीन ताली जैसे गरबा नृत्य में भाग लेकर मां भगवती की आराधना में शामिल हो सकेंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो