दशा माता की हुई पूजा-आराधना
सूरत. गणगौर पर्व के दसवें दिन रविवार को शहर में दशा माता की पूजा-आराधना महिलाओं ने धूमधाम से की। होली के दूसरे दिन से प्रारम्भ हुई दस दिवसीय दशा मां की पूजा-अर्चना में प्रवासी राजस्थानी महिलाओं ने गली-मोहल्ले में माता की स्थापना की गई और प्रतिदिन दशा मां की कहानियां महिलाओं ने सुनी और सुनाई। चैत्र कृष्ण दशमी रविवार को दशा माता का व्रत-पूजन के आयोजन धूमधाम से किया गया। इस दौरान शहर के विभिन्न क्षेत्रों के मंदिरों में श्रद्धालु महिलाओं की भीड़ मौजूद रही। पूजा-अर्चना के बाद महिलाओं ने कथा सुनी व पीपल के धागा बांधकर परिक्रमा लगाते हुए परिवार में खुशहाली की कामना व्यक्त की।
सूरत. गणगौर पर्व के दसवें दिन रविवार को शहर में दशा माता की पूजा-आराधना महिलाओं ने धूमधाम से की। होली के दूसरे दिन से प्रारम्भ हुई दस दिवसीय दशा मां की पूजा-अर्चना में प्रवासी राजस्थानी महिलाओं ने गली-मोहल्ले में माता की स्थापना की गई और प्रतिदिन दशा मां की कहानियां महिलाओं ने सुनी और सुनाई। चैत्र कृष्ण दशमी रविवार को दशा माता का व्रत-पूजन के आयोजन धूमधाम से किया गया। इस दौरान शहर के विभिन्न क्षेत्रों के मंदिरों में श्रद्धालु महिलाओं की भीड़ मौजूद रही। पूजा-अर्चना के बाद महिलाओं ने कथा सुनी व पीपल के धागा बांधकर परिक्रमा लगाते हुए परिवार में खुशहाली की कामना व्यक्त की।

सूरत. शीतलाष्टमी के साथ ही गणगौर पर्व का उल्लास और उत्साह तेज होता जा रहा है। शहर में प्रवासी राजस्थानी बहुल परवत पाटिया, पूणागांव, टीकमनगर, गोडादरा, उधना, भटार, घोड़दौडऱोड, सिटीलाइट, न्यू सिटीलाइट, वेसू, अलथाण समेत अन्य क्षेत्रों में शुक्रवार से ही दोपहर बाद बाजे-गाजे के साथ गंवर बिंदोळा के आयोजन देखने को मिल रहे हैं। बिंदोळा आयोजन में युवतियां-किशोरियां ही नहीं बल्कि महिलाएं भी बढ़-चढ़कर उत्साह के साथ भाग ले रही है। शुक्रवार को शीतलाष्टमी पर्व मनाने के साथ ही शुरू हुई बड़ी गणगौर की पूजा के दौरान स्वागत म्ह सज्यो दरबार, गवरा आई आंगणिये..., गवरल रा दिन दो-चार, केद्यो सारी सखियों ने...गीत की गूंज जगह-जगह हो रही है। सुबह प्रतिमा को पानी पिलाने, दोपहर में बिंदोळा व रात को बना-बनी व परम्परागत गीतों का गुंजन शहर की कई सोसायटी-अपार्टमेंट में इन दिनों जारी है।
