ऐसे करता थे फ्रोड़
पुलिस के मुताबिक लियाकत व उसके साथी एटीएम सेंटर में जाकर अपने ही एटीएम का उपयोग कर मशीन से रुपए निकालते थे। चूंकी मशीन से रुपए निकलने व ट्रांजेक्शन की एंट्री होने में कुछ क्षणों का समय लगता है। उसका फायदा उठा कर रुपयों वाली रील मशीन में घूमते ही वे मशीन की नेटवर्क प्लग निकाल देते थे। जिसकी निकाले गए रुपयों की उनके बैंक खाते में एंट्री नहीं हो पाती थी। फिर वे दुबारा चैक से अपने खाते से रुपए निकाल कर खाता खाली कर देते थे।