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Surat News बाढ़ पीडि़तों की सहायता के लिए सूरत में उठे कई हाथ

locationसूरतPublished: Jul 23, 2019 10:00:06 pm

Submitted by:

Sanjeev Kumar Singh

ट्रेन से राहत सामग्री बिहार, असम भेजने की व्यवस्था

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Surat News बाढ़ पीडि़तों की सहायता के लिए सूरत में उठे कई हाथ

सूरत.

बाढग़्रस्त बिहार और असम के लिए सूरत रेलवे स्टेशन से राहत सामग्री निशुल्क भेजने की व्यवस्था की गई है। रेलवे बोर्ड के ट्रैफिक कॉमर्शियल निदेशक ने सभी जोन के महाप्रबंधक को अलग-अलग रेल मंडलों में इसकी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। बिहार विकास परिषद तथा जहांगीरपुरा की विभिन्न सोसायटियों ने राहत सामग्री जमा करने का कार्य शुरू कर दिया है।
रेलवे बोर्ड की ट्रैफिक कॉमर्शियल निदेशक शिल्पी बिश्नोई ने शनिवार को सर्कुलर जारी किया, जिसमें बाढग़्रस्त बिहार और असम में देश के किसी भी कोने से निशुल्क राहत सामग्री भेजने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जोन के महाप्रबंधक को गुड्स ट्रेन और पार्सल वैन के जरिए राहत सामग्री भेजने की व्यवस्था करनी है। सूरत स्टेशन के अधिकारियों ने बताया कि अभी संगठनों की ओर से राहत सामग्री भेजने की सूचना नहीं आई है। राहत सामग्री भेजने की व्यवस्था 19 अगस्त तक लागू रहेगी। किसी भी स्टेशन से राहत सामग्री भेजी जा सकेगी।
शहर के रांदेर क्षेत्र में रविवार को बिहार विकास परिषद की कार्यकारणी समिति का बैठक हुई। इसमें फैसला किया गया कि बिहार में बाढ़ प्रभावित झंझारपुर क्षेत्र में बिहार विकास परिषद शिविर लगाएगी और लोगों को भोजन वितरित किया जाएगा। बिहार बाढ़ राहत समिति के संयोजक सदस्य लोकेन्द्र सिंह, बिहार विकास परिषद के अध्यक्ष दिलीप शाह, झंझारपुर से संतोष कुमार सिंह राहत सामग्री जुटाने का कार्य कर रहे हैं।
इसके अलावा जहांगीरपुरा क्षेत्र में आंगन रेजिडेंसी निवासी डॉ. ओमकार चौधरी के नेतृत्व में राहत सामग्री जुटाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने जहांगीरपुरा क्षेत्र में अलग-अलग सोसायटी प्रमुखों के साथ बैठक की। बिहार के सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर समेत कई क्षेत्रों में सामग्री भेजने की योजना बनाई गई। सूरत स्टेशन से पार्सल विभाग में राहत सामग्री अलग-अलग स्टेशनों के लिए बुक करवाने की व्यवस्था है। समाजसेवी संगठनों द्वारा दस- पंद्रह दिन में सामग्री जुटाने के बाद पार्सल भेजने की जानकारी दी गई है।

यहां पहुंची मदद

बिहार के झंझारपुर प्रखंड के कई क्षेत्र बाढ़ की चपेट में हैं। इनमें नरुआर, लोहानी उत्तरी, सिमड़ा, रखवारी और मोहना समेत कई कई गांव शामिल हैं। धर्मडिहा पंचायत के मुखिया संतोष कुमार सिंह ने बताया कि झंझारपुर प्रखंड के इन क्षेत्रों में राहत सामग्री तथा खाने की सामग्री भेजी गई है। सोमवार को रामनगर पंचायत के बलुआही टोला क्षेत्र में खाने की सामग्री ले जाई गई। बिहार सरकार ने कुछ जगह खाने और पानी के शिविर लगाए हैं, लेकिन इन शिविरों में भीड़ नहीं के बराबर है। सूत्रों ने बताया कि सरकार के शिविर में मिलने वाला खाना लोगों को पसंद नहीं आ रहा है।

सात दिन और चलेगा शिविर

बिहार विकास परिषद, सूरत शाखा के पदाधिकारियों ने राजस्थान पत्रिका को बताया कि बिहार के बाढग़्रस्त इलाकों में पांच दिन से शिविर का आयोजन किया जा रहा है। रामनगर पंचायत के बुलआही टोला क्षेत्र में सोमवार को जेडीयू के पूर्व विधायक देवनाथ यादव ने दौरा किया और बिहार विकास परिषद, सूरत द्वारा चलाए जा रहे लंगर की तारीफ की। पदाधिकारियों ने बताया कि यह शिविर सात दिन और चलेगा। सूरत में जमा की जा रही राहत सामग्री एक सप्ताह में बिहार भेजने की व्यवस्था की जाएगी।
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