उकाई दांए किनारे की नहर में पानी बंद कर दिए जाने से अंकलेश्वर तथा हांसोट तहसील में तीन माह से जल संकट उत्पन्न हो गया था। गांव तालाब में पानी का जलस्तर कम होने से नगरपालिका १० जून से एक लाख से ज्यादा लोगों को एक दिन के अंतराल में जलापूर्ति करती थी, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। प्रदेश भर में अब मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है।
उकाई बांध के काकरपाडा क्षेत्र में तेज बारिश के कारण नए पानी की आवक हो रही है। बांध प्रशासन की ओर से इस पानी को उकाई दांए किनारे की केनाल में छोडऩे से अंकलेश्वर के गांव तालाब में पानी की आवक शुरू हो चुकी है। तालाब में पानी देने के कारण एक माह से पानी की कटौती का सामना कर रहे लोगों को राहत मिली है। मंगलवार से शहर के लोगों को पहले की भांति पानी मिलना शुरू हो गया।
तालाब को चार मीटर तक भरा जाएगा अंकलेश्वर पालिका के कारोबारी अध्यक्ष चेतन गोलवाला ने कहा कि मंगलवार को लोगों को पूर्व की भांति पानी मिलना शुरू हो गया है। अब नगरपालिका की ओर से पहले की तरह लोगों को पानी दिया जा रहा है। उकाई दांए किनारे की नहर विभाग के अधिकारियों ने गांव तालाब को चार मीटर तक पानी से लबालब करने का आश्वासन दिया गया है।
अंकलेश्वर इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के वाटर वक्र्स कमेटी के चेयरमैन वी.एस. जागाणी ने बताया कि उकाई दांए किनारे की नहर में पानी आ रहा है। जीआइडीसी तालाब में पानी के संग्रह के हिसाब से आने वाले दिनों में कंपनियों को तीन घंटे के बजाय छह घंटे तक पानी दिया जाएगा, जबकि आवासीय क्षेत्र में प्रतिदिन तीन घंटे सुबह पानी दिया जाएगा।