आतंकी कैंपों पर भारतीय सेना की कार्रवाई से बौखलाया PAK, उप उच्चायुक्त गौरव आहलूवालिया को किया तलब इसी तरह से साड़ी की डिमांड में भी लगातार कमी आ रही है। बदलते समय के साथ जो व्यापारी अपने आप को बदल रहे हैं वह तो समय के बहाव के साथ आगे बढ़ गए हैं लेकिन अभी भी कपड़़ा व्यापार से जुड़़े 95 प्रतिशत व्यापारी सिर्फ साड़ी और ड्रेस के भरोंसे अपनी नाव पार करने की राह देख रहे हैं।
आश्चर्य की बात तो यह है कि देशभर में गारमेन्ट इन्डस्ट्री के लिए आवश्यक कपड़ा सूरत से ही जाता है, लेकिन इसके बावजूद सूरत में रेडीमेड गारमेन्ट के नाम पर अभी भी बहुत बड़ा अवकाश हैं।
आतंकी शिविरों में भारतीय सेना की कार्रवाई में 6-10 पाकिस्तानी सैनिक ढेरः बिपिन रावत केन्द्र सरकार की ओर से बार-बार सूरत सहित देशभर के कपड़ा उद्यमियों को टैक्निकल टैक्सटाइल और गारमेन्ट के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, लेकिन अभी सूरत के उद्यमी इसके प्रति कम जागृत हैं।
बदलाव ही विकल्प
समय के साथ महिलाओं के फैशन में परिवर्तन आ रहा है। साड़ी और ड्रेस के स्थान पर कुर्ती, गाउन्स ,लेगिन्स सहित अन्य रेडीमेड गारमेन्ट का विकल्प बढ़ रहा है। सूरत के उद्यमियों को भी मंदी से उभरने के लिए नई दिशा में सोचना होगा।
सावर प्रसाद बुधिया, प्रमुख, साउथ गुजरात टैक्सटाइल ट्रेडर एसोसिएशन
बदल रही है फैशन
नई पीढी के साथ फैशन में परिवर्तन आ रहा है। लोगों की इच्छा के अनुसार जो उत्पादन करेगा वह आगे बढ़ पाएगा। सूरत के उद्यमियों को भी नए क्रिएशन करने होगें। आने वाला समय क्रिएशन करने वालों को होगा।
बृजमोहन अग्रवाल, व्यापारी
टैक्सटाइल सेक्टर में अनंत संभावनाए
टैक्सटाइल सेक्टर साड़ी, ड्रेस और गारमेन्ट तक ही सिमित नहीं हैं। बल्कि इसमें उद्यमियों के लिए अपार संभावनाए हैं। नो प्लास्टिक मिशन के बाद प्लास्टिक का विकल्प सिर्फ कपड़ा है। इसके अलावा सड़क की कार से लेकर विमान तक में कपड़ा इस्तेमाल होता है। उद्यमियों को नया सोचना चाहिए
संजय सरावगी, कपड़ा उद्यमी
बदलाव ही विकल्प
समय के साथ महिलाओं के फैशन में परिवर्तन आ रहा है। साड़ी और ड्रेस के स्थान पर कुर्ती, गाउन्स ,लेगिन्स सहित अन्य रेडीमेड गारमेन्ट का विकल्प बढ़ रहा है। सूरत के उद्यमियों को भी मंदी से उभरने के लिए नई दिशा में सोचना होगा।
सावर प्रसाद बुधिया, प्रमुख, साउथ गुजरात टैक्सटाइल ट्रेडर एसोसिएशन
बदल रही है फैशन
नई पीढी के साथ फैशन में परिवर्तन आ रहा है। लोगों की इच्छा के अनुसार जो उत्पादन करेगा वह आगे बढ़ पाएगा। सूरत के उद्यमियों को भी नए क्रिएशन करने होगें। आने वाला समय क्रिएशन करने वालों को होगा।
बृजमोहन अग्रवाल, व्यापारी
टैक्सटाइल सेक्टर में अनंत संभावनाए
टैक्सटाइल सेक्टर साड़ी, ड्रेस और गारमेन्ट तक ही सिमित नहीं हैं। बल्कि इसमें उद्यमियों के लिए अपार संभावनाए हैं। नो प्लास्टिक मिशन के बाद प्लास्टिक का विकल्प सिर्फ कपड़ा है। इसके अलावा सड़क की कार से लेकर विमान तक में कपड़ा इस्तेमाल होता है। उद्यमियों को नया सोचना चाहिए
संजय सरावगी, कपड़ा उद्यमी