मामले की जांच कर रहे पुलिस उप निरीक्षक पी.एम.वाला ने बताया कि अमरोली रघुवीर चौकड़ी शिवम अपार्टमेंट निवासी किस्मत उर्फ काना धांधल (25), कामरेज शिवनगर सोसायटी गोविंद रोजिया (३३), छापराभाठा रोड श्रीराम सोसायटी निवासी सेंधा देसाई (39) मिलकर धनी हीरा व्यापारियों को युवतियों के जरिए हनी ट्रैप में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे।
उनके गिरोह के बारे में मुखबिरों से सूचना मिलने पर पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों पकडऩे के लिए जाल बिछाया। पुलिस ने विपुल नामक एक युवक के जरिए उनके मोबाइल नम्बर पर फोन किया तो उन्होंने प्रिया नामक एक युवती से बातचीत करवाई। बातचीत के बाद शुक्रवार को रात साढ़े नौ बजे उसने विपुल को मिलने के लिए जूना कोसाड़ रोड स्थित स्वास्तिक रो हाउस के एक मकान में मिलने के लिए बुलाया। विपुल वहां पर पहुंचा वहां मौजूद युवती से बातचीत की, ठीक उसी समय तीनों वहां पर आ धमके।
उप निरीक्षक वाला ने बताया कि प्रिया नामक युवती की भूमिका को लेकर पड़ताल जारी है। वह भी इस गिरोह में पूरी तरह से शामिल थी, या पकड़े गए तीनों आरोपी मिलकर उसका इस्तेमाल कर रहे थे। इस बारे में पूछताछ की जा रही है। गिरोह में और कौन-कौन शामिल है तथा अब तक कितने लोगों से अवैध वसूली की है। इसका भी पता लगाने के लिए पूछताछ चल रही है।
काना है मास्टर माइंड
पुलिस ने बताया कि किस्मत उर्फ काना गिरोह का मास्टर माइंड है। अपने दोनों साथियों की मदद से वह सोशल मीडिया पर मोबाइल नम्बर वायरल कर धनी व्यापारियों को अपने जाल में फंसाता था और उनसे एक लाख रुपए से लेकर पांच लाख रुपए तक ऐंठता था। इनमें से १५ हजार रुपए युवती को देते थे और ५ हजार रुपए ट्रैप के लिए जिस घर का इस्तेमाल करते थे, उन्हें देते थे।