महेश को पहुंचाने थे रुपए
थाने लाकर की गई प्राथमिक पूछताछ में विनोद शाह ने बताया कि वह खाखरा का व्यापार करता है तथा उसी के सिलसिले में मुंबई गया था। मुंबई के मलाड़ में एक युवक ने उसे नोट भरा थैला दिया था और कहा था कि इसे सूरत में महेश नामक व्यक्ति को देना है। उसने इस काम के लिए उसे एक हजार रुपए भी दिए थे। उसने थैला खोलकर नहीं देखा था, उसे पता नहीं था कि इसमें क्या है। आयकर विभाग उससे महेश के बारे में पूछताछ कर रहा है।
आखिर कहां हो रहा है पुराने नोटों का उपयोग?
नोटबंदी के दौरान बंद हुए पांच सौ और एक हजार रुपए के पुराने नोट को चलन से बाहर हुए अरसा हो चुका है। इसे भुनाने के लगभग सभी जायज तरीके भी बंद हो चुके हंै। फिर भी समय-समय पर सूरत में बंद हो चुके नोटों की अवैध परिवहन के दौरान हो रही बरामदगी तथा संबंधित एजेन्सियों की जांच पर भी सवाल खड़े हो रहे हंै। पूर्व में भी सूरत में चार- पांच बार लाखों रुपए के नोट बरामद हो चुके हैं। आयकर विभाग ने अभी तक इन नोटों के गोरखधंधे को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है।