डॉ.सारीका मेहता ने बताया कि 5 जून को वाराणसी से यात्रा शुरू होने करने के बाद अगले दिन नेपाल पहुंचेंगे। यहां से भूटान, म्यानमार, लाओस, चीन, किर्गीस्तान, उझबेकिस्तान, कझाकिस्तान, रशिया, लटविया, लिथुनिया, पोलेन्ड, चेक रिपब्लिक, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्विजर्लेन्ड, फ्रान्स, नेधरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, मोरक्को होते हुए यूनाइटेड किंगडम पहुंचेगी। इस दौरान 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वह स्पेन में तिरंगा लहरा कर स्वंतत्रता दिवस मनाएगी। इसके अलावा हिमालय की तलहटी से एवरेस्ट बेज कैम्प तक की ऊंचाई तय करेगी, जहां तक आज तक कोई भी भारतीय वाहन लेकर नहीं पहुंचा है। डॉ. सारीका मेहता पेशे से क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट है, जबकि जिनल शाह गृहिणी है और ऋताली पटेल एमबीए की छात्रा है। तीनों ने बताया कि नारी गौरव बढ़ाने और भारतीय महिलाएं भी किसी से कम नहीं है यह विश्व में प्रस्थापित करने के उद्देश्य से इस यात्रा का आयोजन किया गया है।