मिहिर भरत पटेल (१८) मोरा भागल हजीरा रोड पर आइटीआइ कॉलेज में डीजल मैकेनिकल के दूसरे सेमेस्टर का छात्र था। दस सितम्बर को परीक्षा देकर वह घर लौट रहा था। हजीरा रोड पर रिलायंस पेट्रोल पंप के पास एक डम्पर को ओवरटेक करने के दौरान उसकी मोटर साइकिल डम्पर से टकरा गई। उसके सिर में गंभीर चोट आई। उसे सनशाइन अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने 12 सितम्बर को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया। डोनेट लाइफ संस्था के प्रमुख नीलेश मांडलेवाला टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और उसके परिजनों को अंगदान के बारे में जानकारी दी।
सहमति मिलने पर मांडलेवाला ने अहमदाबाद के आइकेडीआरसी अस्पताल के डॉ. प्रांजल मोदी को किडनी और लीवर का दान स्वीकार करने के लिए कहा। हृदय के लिए गुजरात के अस्पताल में कोई मरीज नहीं होने पर गुजरात की ट्रांसप्लांट ऑथोराइजेशन कमेटी के चेयरमैन डॉ. एम.एम. प्रभाकर से सम्पर्क किया गया। डॉ. प्रभाकर ने मुम्बई आरओटीटी से सम्पर्क कर देश के अलग-अलग राज्यों से हृदय के मरीजों की जानकारी जुटाई। नई दिल्ली एनओटीटीओ ने एम्स अस्पताल में हृदय दान करने के लिए कहा।
नई दिल्ली एम्स से डॉ. मिलिन्द होटे ने सूरत आकर हृदय का दान स्वीकार किया। किडनी और लीवर का दान डॉ. विकास ने स्वीकार किया। सूरत से नई दिल्ली की ११५८ किमी की दूरी हार्ट ने सिर्फ १७७ मिनट में तय की। इसे नोएडा निवासी गोविंद मेहरा (३२) में ट्रांसप्लांट किया गया। ढाई साल में सूरत से यह उन्नीसवां हृदय दान है। अहमदाबाद के आइकेडीआरसी अस्पताल में दान में मिली एक किडनी सूरत निवासी संजय मनसुख कानाणी (३४) और दूसरी किडनी अहमदाबाद निवासी अदनान सलीम अंसारी (१२) में ट्रांसप्लांट की गई। लीवर सूरत निवासी मंजुला रमेश हरसोडा (५०) में ट्रांसप्लांट किया गया। चक्षुओं का दान लोकदृष्टि चक्षुबैंक के डॉ. प्रफुल शिरोया ने स्वीकारा।
दिल का सफर
दिल का सफर
सुबह 07.30 बजे : एम्स के डॉक्टर सनशाइन अस्पताल से हार्ट लेकर सूरत एयरपोर्ट रवाना हुए।
– 07.37 बजे : चिकित्सकों की टीम सूरत एयरपोर्ट पहुंची। – 08.05 बजे : सूरत एयरपोर्ट से हार्ट हवाई जहाज में नई दिल्ली एम्स के लिए रवाना।
– 09.56 बजे : चिकित्सकों की टीम नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। – 10.01 नई दिल्ली एयरपोर्ट से चिकित्सकों की टीम एम्स रवाना। – 10.20 : चिकित्सकों की टीम एम्स अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर पहुंची।