-क्षेत्र के विधायकों ने भी लिखे हैं पत्र
सूरत समेत राजस्थान व देशभर के श्यामप्रेमी मंडलों ने सीकर, झुंझुनूं जिले के विधायकों को भंडारा आयोजन मामले में शिकायतें की हैं और उन्होंने भी राजस्थान सरकार को श्रद्धालुओं की आस्था व मांग को ध्यान में रख पत्र लिख तत्काल प्रभाव से रींगस से खाटूधाम के यात्रा मार्ग पर पंडाल में भजन-कीर्तन व भंडारा आयोजनों पर से प्रतिबंध हटाने की मांग की है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखने वाले विधायकों में नवलगढ़ के विधायक राजकुमार शर्मा, दांतारामगढ़ के विधायक वीरेंद्रसिंह, धोद के विधायक परसराम मोरदिया आदि शामिल है।
-यह मिलती है यात्रियों को सुविधाएं
परम्परा के मुताबिक देशभर से खाटूधाम पहुंच रहे हजारों-लाखों श्रद्धालु सर्वप्रथम रींगस स्थित परसरामपुरिया धर्मशाला में निशान पूजन कर पैदल बाबा के दरबार में शीश झुकाने के लिए रवाना होते हैं और 16 किमी लम्बे यात्रा मार्ग में जगह-जगह सेवाभावी श्यामप्रेमी मंडलों के सैकड़ों कार्यकर्ता दौड़-दौड़ यात्रियों की मनुहार करते हैं। मंडलों के भंडारा स्थलों पर पैदल यात्रियों के लिए आवास, भोजन, चाय-नाश्ता, दवा समेत सभी तरह की सुविधाएं शामिल रहती है।
-16 किमी लम्बी जिगजैग खुलना बाकी
खाटूधाम में शुक्रवार से प्रारम्भ हुए फाल्गुन मेले के दूसरे दिन शनिवार तक ज्यादातर श्रद्धालु पैदल यात्री निशान ध्वज के साथ तोरणद्वार से सीधे कस्बे में प्रवेशकर बाबा के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने एक-दो दिन में यात्रियों की भीड़ बढऩे के साथ ही तोरणद्वार से एक-डेढ़ किमी पहले यात्रा मार्ग मोड़ दिया जाएगा और फिर खेतों व आसपास के गांवों के बीच से 16 किमी लम्बी जिगजैग पार कर श्रद्धालु बाबा श्याम के दरबार में दर्शन करने पहुंच पाएंगे।
-यात्रा मार्ग में बैठने की ठौर नहीं
शुक्रवार से खाटूधाम में फाल्गुन मेला प्रारम्भ हो गया है और पहले ही दिन हजारों यात्रियों ने भंडारा शिविरों के अभाव में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। स्थिति यह है कि यात्रा मार्ग में थके-हारे पैदल यात्रियों को बैठने की ठौर भी नहीं मिल रही है।
सुशील गाडोदिया, पूर्व सचिव, श्रीश्याम सेवा ट्रस्ट
-भक्तों की सेवा का भाव
यात्रा मार्ग में भंडारा स्थलों में श्यामभक्तों की सेवा का भाव आयोजक मंडलों में रहता है और वे दौड़-दौड़कर दिन-रात सेवा करते हैं। इस बार भंडारा की अनुमति नहीं मिलने से आयोजक मंडलों को मायूसी तो यात्रियों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
सुरेश हुडीलवाला, अध्यक्ष, श्रीश्याम प्रेम मंडल
-हमें तो अनुमति का इंतजार
यात्रा मार्ग स्थित संतोषपुरा में श्रीरंगीला श्याम सेवा समिति के भंडारा स्थल पर हजारों पदयात्रियों की सेवा-सुश्रुषा संबंधी सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई है मगर प्रशासनिक अनुमति के अभाव में भंडारा स्थल पर सेवा गतिविधि प्रारम्भ नहीं की जा सकी हैं।
गणेश अग्रवाल, सक्रिय सदस्य, श्रीरंगीला श्याम सेवा समिति
-कोरोना के अभाव में भी पाबंदी?
खाटूधाम में आयोजित फाल्गुन लक्खी मेले में प्रशासन ने भंडारा समेत अन्य तरह के आयोजनों पर पाबंदिया लगाई है। कोरोना के अभाव के बावजूद भंडारे, कीर्तन आदि पर पाबंदी लगाकर सरकार ने लाखों श्यामप्रेमियों की आस्था पर ठेस पहुंचाई है।
सुनील गोयल, अध्यक्ष, श्रीश्याम सरकार यात्रा संघ
कतई उचित नहीं यह पाबंदियां
बाबा श्याम के प्रति लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की गहरी आस्था है। कोरोना के अभाव में प्रतिदिन लाखों की संख्या में वे रींगस से खाटूधाम पैदल जाने लगे हैं और ऐसी स्थिति में भंडारा-कीर्तन आदि पर पाबंदियों का प्रशासनिक निर्णय कतई उचित नहीं है।
कपीश खाटूवाला, सदस्य, श्रीश्याम सेवा ट्रस्ट