SURAT SPECIAL NEWS: रक्षाबंधन पर भद्रा का साया, रात्रि में सजेगी कलाई पर राखी
सूरतPublished: Aug 28, 2023 09:13:07 pm
- 30 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा तिथि के साथ भद्राकाल शुरू, रात 9 बजकर 02 मिनट तक,रहेगी भद्रा
- राखी बांधने का श्रेष्ठ मुहूर्त रात 9.15 से 11 बजकर 20 मिनट तक
सूरत. भाई-बहन के पवित्र रक्षाबंधन पर्व पर इस बार बुधवार को भद्रा का साया दिनभर रहेगा। नतीजन रात्रि में भद्राकाल समाप्त होने के बाद ही बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधेगीं। श्रावण पूर्णिमा बुधवार सुबह 10 बजकर 58 मिनट से शुरू होकर अगले दिन गुरुवार सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रहेगी। इस वजह से ज्यादातर घरों में राखी का त्योहार बुधवार रात्रि में सवा नौ बजे से 11 बजकर 20 मिनट के श्रेष्ठ मुहूर्त में मनाया जा सकेगा। हालांकि कई लोग राखी का त्योहार गुरुवार को भी मनाएंगे।राखी के त्योहार पर इस बार श्रावण पूर्णिमा बुधवार सुबह सूर्योदय के बाद शुरू होगी और गुरुवार को सूर्योदय के कुछ देर बाद ही पूर्ण हो जाएगी। इससे रक्षाबंधन पर्व मनाने की तिथि व दिन को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। उधर, ज्योतिष मत व हिंदू पंचांग के अनुसार, भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार हर वर्ष श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रक्षाबंधन का पर्व हमेशा ही भद्रारहित काल में मनाया जाता है।