-गडखोल पाटिया तक लाइट चालू करने की मांग
भूतकाल में 12 साल पहले सिर्फ छह माह तक भरुच-अंकलेश्वर के बीच लाइट चालू की गई थी, जो बंद हो गई व आज तक बंद ही चल रही है। मार्ग पर अंधकार के कारण रात के समय अनेक बार राहगीर काल के गाल में समा रहे हैं। नर्मदा मैय्या ब्रिज से गडखोल पाटिया ब्रिज तक दोबारा लाइट शुरू करने की मांग वाहनचालकों ने की है। बढ़ रही दुर्घटना के कारण जिला कलेक्टर ने 25 मई से ब्रिज पर भारी वाहनों के आने-जाने पर रोक लगा दी है। ब्रिज पर भारी वाहन न जा सकंे इसके लिए लोहे की एंगल लगा दी गई है। भारी वाहनों के बंद होने से अन्य वाहन चालकों ने राहत महसूस की है।
-रात के अंधेरे में दुर्घटना का खतरा
वाहनचालक अहिवरनसिंह वर्मा ने कहा कि नर्मदा मैय्या ब्रिज पर पिछले तीन दिन से लगातार लाइट गुल होने से वाहन लेकर जाते समय काफी सतर्क रहना पड़ता है। अन्य जिलों के वाहन काफी तेजी से गुजरते हैं व मोड़ पर दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
-इनका कहना है
रोड एंड बिल्डिंग विभाग के अधिकारी अनिल बसावा ने कहा कि नर्मदा मैय्या ब्रिज पर लाइट की जवाबदारी इलेक्ट्रिक आरएंडबी बड़ोदरा की है। उनका एक इलेक्ट्रीशियन यहां तैनात रहता है। डीजीवीसीएल के साथ संकलन कर समस्या को दूर करने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
ब्रिज पर दिन में रोशनी, रात में अंधेरा
भरुच में नर्मदा नदी पर बने नए नर्मदा मैय्या ब्रिज पर रात के समय अंधकार है मगर दिन में सूर्य की रोशनी में रोशन बिजली मानों सूर्यदेव को चुनौती देती दिख रही है। पिछले तीन दिन से ब्रिज पर दिन के समय लाइट जलती दिख रही है, जबकि रात के समय पुल पर अंधकार पसरा दिखता है।