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सूरतीयों को मलाल है, पद्मावत नहीं आई

locationसूरतPublished: Jan 25, 2018 09:26:47 pm

Submitted by:

Sanjeev Kumar Singh

ज्यादातर ने कहा- फिल्म का प्रदर्शन रोकना उचित नहीं, शांतिपूर्ण विरोध होना चाहिए

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सूरत.

विरोध के कारण ‘पद्मावतÓ को सूरत में प्रदर्शित नहीं किए जाने पर सूरत के लोगों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। ज्यादातर का कहना है कि न तो फिल्म को लेकर हो रही हिंसा उचित है और न ही इसका प्रदर्शन रोकना। फिल्म प्रदर्शित होने के बाद अगर कुछ आपत्तिजनक लगता तो शांतिपूर्ण विरोध किया जाना चाहिए था।
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से प्रदर्शन की हरी झंडी मिलने के बावजूद विरोध प्रदर्शन और हिंसक घटनाओं के कारण ‘पद्मावतÓ सूरत समेत कई शहरों में गुरुवार को प्रदर्शित नहीं हो सकी। अहमदाबाद के थिएटरों में दो दिन पहले तोडफ़ोड़ और आगजनी के बाद सूरत के थिएटर मालिकों ने इसे प्रदर्शित नहीं करने का फैसला किया। सूरत के लोगों का कहना है कि किसी फिल्म को इस तरह प्रदर्शित नहीं होने देना उचित नहीं है।
एक बार देख लेते
फिल्म यहां प्रदर्शित हुई नहीं तो कैसे पता चले कि इसमें किसी का अपमान हुआ है या नहीं। फिल्म देखने के बाद विरोध के बारे में तय करना था। फिल्म को लेकर जिस तरह से विरोध प्रदर्शन हो रहा है, उचित नहीं है।
पूर्वी संचेती, छात्रा
रिलीज होनी चाहिए थी
‘पद्मावतÓ रिलीज होनी चाहिए थी। फिल्म को मनोरंजन के रूप में देखा जाए। जो विरोध हो रहा है, ठीक नहीं है। लोग इस फिल्म से इतिहास के बारे में भी जानते। फिल्म में कुछ आपत्तिजनक होता तो कानून का सहारा लिया जा सकता था।
अनुपम गोयल, संचालक, आईडीटी
जन सुरक्षा पहले
फिल्म से ज्यादा लोगों की सुरक्षा जरूरी है। फिल्म प्रदर्शित होती तो थिएटर में हजारों लोग होते। किसी तरह की अनहोनी से लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती। जन हानि होती तो जिम्मेदार कौन होता? फिल्म को लेकर हिंसा उचित नहीं है।
नीरज शुक्ला, कर्मचारी
लोग ही फैसला करते
फिल्म मनोरंजन के लिए होती है। ‘पद्मावतÓ में इतिहास को तोड़-मरोड़ कर बताया गया था तो लोग ही इसे खारिज कर देते। इतिहास की गलत प्रस्तुति कोई भारतीय पसंद नहीं करेगा।
राजेश माहेश्वरी, स्कूल संचालक
दूसरे हुए परेशान
एक फिल्म को लेकर जिस तरह देशभर में प्रदर्शन हो रहा है, वह गलत है। विरोध का भी एक तरीका होता है। विरोध के नाम पर हिंसा हो रही है। एक फिल्म के लिए दूसरों को परेशान करना उचित नहीं है।
कौषिक चेवली, व्यापारी
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