एक्जिट पोल ‘पोल’ है
मध्यप्रदेश के इंदौर संभाग की 16 विधानसभा सीटों पर प्रचार की कमान संभाले सांसद सीआर पाटिल ने एक्जिट पोल को ‘पोल’ बताते हुए कहा कि सूरत से गए दर्जनों कार्यकर्ताओं ने वहां लोगों के बीच कार्य किया है और मौजूदा शिवराज सरकार के प्रति उनका विश्वास ज्यों का त्यों कायम है। मध्यप्रदेश में भाजपा की जीत पर कोई संशय नही है।
कार्यकर्ता भाजपा की ताकत
चौर्यासी विधायक झंखना पटेल ने बताया कि पहले मध्यप्रदेश और बाद में राजस्थान सूरत समेत दक्षिण गुजरात से सैकड़ों कार्यकर्ता भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचारकार्य करने गए थे। दोनों राज्यों में भाजपा की जीत होगी क्योंकि कार्यकर्ता भाजपा की ताकत है। पार्टी जमीनी धरातल पर काफी मजबूत है।
नहीं कोई दिक्कत नहीं
भाजपा महानगर इकाई के अध्यक्ष नितिन ठाकर ने बताया कि एक्जिट पोल भले ही भाजपा को हरा रहा हो लेकिन मतदाताओं ने तो उसे जिताने की ठान रखी है। 11 दिसम्बर को चुनाव परिणाम में मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनने में कोई दिक्कत नहीं आएगी और राजस्थान के परिणाम भी पार्टी के पक्ष में ही आएंगे।
फिर खड़ें होंगे ईवीएम पर सवाल
लिंबायत विधानसभा प्रभारी दिनेश पुरोहित एक्जिट पोल पर बताते है कि वे 20 दिन से राजस्थान में है और दावे से कहते है कि आसानी से भाजपा की सरकार बनेगी। नतीजों के दिन एक्जिट पोल वाले ईवीएम पर सवाल खड़े करते दिखाई देंगे।
सीकर जिले में प्रचार कर लौटे निर्मल शर्मा ने बताया कि पहली बार परम्परा बदलने के लिए राजस्थान के लोगों में उत्साह देखने को मिला और यहीं वजह रहेगी कि भाजपा जीतकर सरकार बनाएगी।
जयपुर जिले की आमेर सीट के गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में प्रचार कर लौटे विश्वनाथ पचेरिया ने बताया कि आमेर समेत राज्य में अधिकांश सीटों पर भाजपा जीतेगी और सरकार भी बनाएगी।
उत्तरी राजस्थान में सूरत से प्रचारकार्य के लिए गए शिवचंद सहु ने बताया कि हनुमानगढ़ समेत पूरे क्षेत्र में भाजपा की लहर है और 11 को वैसे ही परिणाम भी आएंगे। एक्जिट पोल एक बार फिर फेल होगा।
एक्जिट पोल सैफॉलोजी की वैज्ञानिक पद्धति
कांग्रेस के समर्थन में चुरु जिले में प्रचार के लिए गए अशोक अग्रवाल बताते है कि एक्जिट पोल में अंतर संभव है लेकिन इसके सर्वे सत्य के आसपास ही रहते है। ऐसी स्थिति में भी सभी राज्यों से भाजपा राज से लोगों को मुक्ति मिलेगी।
कांग्रेस के गुजरात प्रदेश भाषा-भाषी सेल के महासचिव हनुमान ढाडिय़ा ने बताया कि वे दो माह से राजस्थान में है और शहर-देहात के लोगों में बदलाव की सोच है। एक्जिट पोल उनकी मानसिकता के आधार पर ही तैयार होता है।