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विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के इस अभियान को संपर्क कार्य का नाम दिया गया है। अभियान के तहत करीब 50 लाख लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य है, जिसमें गुजरात प्रांत की टीम करीब तीन लाख लोगों से संपर्क करेगी। सूरत समेत दक्षिण गुजरात में पांच हजार से अधिक लोगों से संपर्क किया जाएगा।
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गुजरात प्रांत प्रमुख नरेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि कन्याकुमारी शिला स्मारक 2 सितंबर 1970 को लोगों के लिए खोला गया था। यह केंद्र 50वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इसी उपलक्ष्य में वर्षभर अभियान चलाकर लोगों को स्वामी विवेकानंद के विचारों से जोड़ा जाएगा। केंद्र के 20 हजार से अधिक सक्रिय प्रशिक्षित सहयोगी और शुभचिंतक फॉलोअर हैं जो करीब 50 लाख लोगों से संपर्क कर स्वामी विवेकानंद के साहित्य का वितरण करेंगे और उनके विचार से अवगत कराएंगे।
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सूरत विभाग प्रमुख संजय ने बताया कि सूरत समेत दक्षिण गुजरात में 60 प्रशिक्षित कार्यकर्ता और तीन सौ से अधिक फॉलोअर हैं। दक्षिण गुजरात में वर्षभर में पांच हजार से अधिक लोगों से संपर्क का लक्ष्य तय किया गया है। गुजरात में 350 प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं समेत 1100 से अधिक फॉलोअर्स के साथ तीन लाख लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है।
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