scriptपास के कार्यालय में दो साल पहले रची गई थी तोडफ़ोड़ की साजिश | Tadfod conspiracy was hatched in the paas office | Patrika News

पास के कार्यालय में दो साल पहले रची गई थी तोडफ़ोड़ की साजिश

locationसूरतPublished: Aug 21, 2018 10:08:38 pm

Submitted by:

Dinesh M Trivedi

उपद्रवियों पर शिंकजा कसने में जुटी पुलिस, 2016 में रोडवेज बसों में तोडफ़ोड़ के दो वांछितों को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा

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पास के कार्यालय में दो साल पहले रची गई थी तोडफ़ोड़ की साजिश

सूरत. दो साल पहले सरथाणा थाना क्षेत्र के सीमाड़ा चौराहे पर रोडवेज बसों में हुई तोडफ़ोड़ के मामले में वांछित दो अभियुक्तों को क्राइम ब्रांच ने सोमवार रात गिरफ्तार कर लिया।

क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक लंबे हनुमान रोड डाह्यापार्क सोसायटी निवासी जिग्नेश उर्फ जीगा वघासिया (26) और सिंगणपोर रोड शांतिनगर निवासी महेन्द्र बालधा (26) १९ फरवरी, २०१६ को सीमाड़ा चौराहे पर रोडवेज की बसों में की गई तोडफ़ोड़ में अन्य ३०-४० लोगों के साथ शामिल थे। प्राथमिक पूछताछ में उन्होंने बताया कि सूरत पुलिस द्वारा राजद्रोह मामले में हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी के बाद पास ने विरोध प्रदर्शन के तहत पहले कामरेज में हाइवे पर ***** जाम करने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में पास कार्यालय पर बैठक कर शहर में विभिन्न स्थानों पर उपद्रव मचाने का निर्णय किया गया।
इसके तहत 3०-४० कार्यकर्ताओं के साथ दोनों सीमाड़ा चौराहे पर पहुंचे। वहां से गुजर रही रोडवेज की दो बसों को रोक कर खाली करवाया गया। बसों पर पथराव कर तोडफ़ोड़ की गई तथा आग के हवाले कर दिया गया। बस के चालक से मोबाइल फोन लूट लिया गया और बस की महिला कंडेक्टर से इ-टिकट मशीन छीन कर जलती बस में फेंक दी गई थी।
इस मामले में पुलिस ने ९ मार्च, २०१६ को निहार मोवलिया नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ और फुटेज में जिग्नेश तथा महेन्द्र का नाम सामने आया था, लेकिन दोनों फरार थे। मुखबिर के सूचना पर उन्हें सोमवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार शाम दोनों को अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। उनसे अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।

वराछा, सरथाणा में तीन और मामले दर्ज


पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के मुख्य कन्वीनर हार्दिक पटेल और सूरत कन्वीनर अल्पेश कथीरिया की अहमदाबाद में गिरफ्तारी के बाद भडक़ी हिंसा को लेकर वराछा पुलिस ने दो तथा सरथाणा पुलिस ने एक और मामला दर्ज किया है। इससे पहले सोमवार को पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर सरकारी संपत्ति की तोडफ़ोड़, निषेधाज्ञा भंग, आगजनी की घटनाओं को लेकर तीन मामले दर्ज किए थे। सोमवार देर रात वराछा थाने में दो और मामले दर्ज किए गए। मंगलवार को सरथाणा थाने में एक और मामला दर्ज किया गया।

आधा दर्जन गिरफ्तार


सरथाणा थाना प्रभारी एन.डी.चौधरी ने बताया कि उपद्रव और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वराछा और कापोद्रा पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज तथा पूछताछ के आधार पर संदिग्धों को राउंड अप किया जा रहा है।

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