प्राचार्यों की अलग-अलग टीमों ने स्कूलों के निरीक्षण में पाया कि कई स्कूलों में मैदान नहीं हंै। ज्यादातर स्कूल कॉम्प्लेक्स और अपार्टमेंट जैसी इमारतों में चल रहे हैं। स्कूलों के पास मनपा का बीयूसी प्रमाण पत्र और स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी रिपोर्ट होना अनिवार्य है। निरीक्षण में पाया गया कि अधिकतर स्कूलों के पास यह दोनों नहीं है। कई स्कूलों में शिक्षकों का रजिस्टर मेनटेन नहीं किया जा रहा है। शिक्षकों की पर्याप्त संख्या नहीं है। गिनती के शिक्षकों से स्कूल चलाया जा रहा है। इन शिक्षकों को आग लगने की हालत में बच्चों की सुरक्षा का प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया है।
फायर सेफ्टी के साधन हैं, लेकिन दमकल विभाग का एनओसी नहीं।
स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी रिपोर्ट और मनपा का बीयूसी प्रमाणपत्र नहीं।
60 प्रतिशत से अधिक स्कूलों में मैदान नहीं।
कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी। वेतन का रजिस्टर मेनटेन नहीं होता।
कई स्कूलों में तीन-चार शिक्षकों पर पूरी स्कूल के शिक्षण और प्रशासनिक कार्य का जिम्मा।