अमरोली पुलिस सूत्रों के मुताबिक भरथाणा गाम शांतीनगर सोसायटी निवासी भगवान सिंह पुत्र मेघजी बगाड़ा की गुरुवार देर रात संदिग्ध हालात में हत्या हो गई। रेलवे स्टेशन इलाके में टी स्टॉल चलाने वाले भगवानसिंह रात दस बजे स्टेशन से मोटरसाइकिल पर अपने रिश्ते में दामादा जीतेन्द्र गोड के साथ मोटरसाइकिल पर घर लौट रहे थे। करीब साढ़े दस बजे उन्होंने अपने भरथाणा गांव के निकट आशापुरी सोसायटी के सामने से परिचित लाबा नामक युवक को फोन किया और बस इतना बताया कि किसी ने उन पर चाकू से हमला किया है।
लांबा वहां पर पहुंचा तो सड़क पर जीतेन्द्र नजर आया। उसने जीतेन्द्र से भगवान के बारे में पूछा तो उसने बताया कि दो अज्ञात व्यक्तियों ने उन पर तलवार से हमला किया और मोटरसाइकिल से हमें गिरा दिया। मैं किसी तरह से उनसे बच कर भाग निकला। फिर दोनों उस और गए तो भगवान मृत मिले। उनके गले पर पेट में धारदार हथियारों के कई गहरे घाव थे। निर्ममता पूर्वक वार कर उनकी हत्या की गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जीतेन्द्र की प्राथमिकी के आधार
देशी पिस्तौल व लोडेड तमंचे के साथ दो जनें गिरफ्तार
सूरत. दो अलग अलग मामलो में डिंडोली पुलिस व क्राइम ब्रांच ने एक देशी पिस्तौल व लोडेड तमंचे के साथ दो जनों को गिरफ्तार किया है। डिंडोली पुलिस के मुताबिक लिम्बायत आसपास नगर निवासी आरोपी विशाल उर्फ कृष्णा वाघ (26) लिम्बायत थाने में हत्या के मामले में पकड़ा गया था तब से न्यायिक हिरासत में लाजपोर जेल में बंद था।
सूरत. दो अलग अलग मामलो में डिंडोली पुलिस व क्राइम ब्रांच ने एक देशी पिस्तौल व लोडेड तमंचे के साथ दो जनों को गिरफ्तार किया है। डिंडोली पुलिस के मुताबिक लिम्बायत आसपास नगर निवासी आरोपी विशाल उर्फ कृष्णा वाघ (26) लिम्बायत थाने में हत्या के मामले में पकड़ा गया था तब से न्यायिक हिरासत में लाजपोर जेल में बंद था।
कुछ समय पूर्व जेल से पेरोल पर रिहा होने के बाद उसने कहीं से देशी पिस्तौल खरीदे। जिन्हें लेकर शुक्रवार सुबह वह एक कार में डिंडोली साईं प्वाइंट से डिंडोली बस स्टेण्ड की ओर जा रहा था। साईं प्वाइंट के निकट वाहन तलाशी के दौरान कार को रोक कर तलाशी ली गई तो पिस्तौल और कारतूस बरामद हुए। पिस्तौल और कारतूस उसने कहां से हासिल किए। इस बारे में उससे पूछताछ की जा रही है।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक अमरोली आवास निवासी शिवम उर्फ बाबा पांडे (21) शुक्रवार को संदिग्ध हालात में अमरोली श्रीराम चौक इलाके में घूम रहा था। उसे रोक कर तलाशी ली गई तो उसके कब्जे से एक लोडेड तमंचा बरामद हुआ। पूछताछ में उसने बताया कि तमंचा उसे कोसाड़ आवास निवासी उसके मित्र अजय उर्फ राहुल जटा ने दिया था। अजय का जनवरी में हनीसिंह नाम के युवक के साथ विवाह हुआ और जिसको लेकर उसने हनीसिंह पर तलवार से हमला किया था।