script

सबसे बड़ा सवाल – पेपर हाथ में आते ही सब कुछ क्यों भूल जाते हैं?

locationसूरतPublished: Feb 17, 2018 10:29:12 pm

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लाइव प्रसारण के जरिए परीक्षा के संदर्भ में देश के विद्यार्थियों के साथ चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों के प

The biggest question - why do you forget everything when paper comes in hand?

The biggest question – why do you forget everything when paper comes in hand?

सूरत।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लाइव प्रसारण के जरिए परीक्षा के संदर्भ में देश के विद्यार्थियों के साथ चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों के परीक्षा के तनाव से जुड़े प्रश्नों के उत्तर दिए। बोर्ड के विद्यार्थी प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को देख सकें, इसके लिए सूरत जिले की ज्यादातर स्कूलों में विशेष आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने बड़ी स्क्रीन पर कार्यक्रम देखा। इस कार्यक्रम के जरिए मोदी एक साथ देश के 10 करोड़ से अधिक विद्यार्थियों से रू-ब-रू हुए।

कार्यक्रम में लेह से केरल तक के विद्यार्थियों ने प्रधानमंत्री से सवाल किए। ज्यादातर ने परीक्षा में आत्मविश्वास खोने के डर से पीडि़त होने की बात कही। सबसे पहले दिल्ली की एक छात्रा ने सवाल किया कि परीक्षा के समय सब याद होता है, लेकिन प्रश्नपत्र हाथ में आते ही आत्मविश्वास खो जाता है और याद किया सब भूल जाते हैं। बाद में देश के विभिन्न हिस्सों के कई विद्यार्थियों ने भी यही सवाल किया। सूरत में बोर्ड परीक्षा के समय जो हेल्पलाइन चलाई जाती है, उसमें भी ज्यादातर विद्यार्थी काउंसलर से यही सवाल पूछते हैं। इसके जवाब में मोदी ने कहा कि आत्मविश्वास प्रयासों से आता है। दिमाग से निकाल दो कि आप परीक्षा दे रहे हैं, कोई आपको अंक देगा।


खुद का भविष्य खुद तय करो तो आत्मविश्वास बढ़ेगा। इसके बाद विद्यार्थियों ने प्रधानमंत्री से परीक्षा के दौरान पढ़ाई से ध्यान भटकने, शिक्षकों-अभिभावकों की अन्य विद्यार्थी के साथ तुलना, पिछले परिणाम से साथ नए परिणाम की तुलना, दोस्तों से आगे निकलने पर मजबूर करने, परीक्षा को स्पर्धा की तरह देखने और अभिभावकों की ओर से अच्छे अंक लाने के दबाव के कारण तनाव की शिकायत की। प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों को शिक्षा के बारे में मार्गदर्शन के साथ परीक्षा के तनाव से बचने की टिप्स दीं। विद्यार्थियों के साथ स्कूल प्राचार्य, संचालक, शिक्षक, कर्मचारियों ने भी कार्यक्रम देखा।

मैं आपका दोस्त हूं


कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों का तनाव दूर करने के लिए कहा कि वह प्रधानमंत्री नहीं, उन सबके दोस्त हैं। यह प्रधानमंत्री का कार्यक्रम नहीं, विद्यार्थियों का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में विद्यार्थियों का बड़ा हाथ रहा है।

सूरत जिले में लाखों ने देखा

गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के साथ आईसीएसई बोर्ड की परीक्षाएं मार्च में होने वाली हैं। विभिन्न राज्यों के बोर्ड की परीक्षाएं भी मार्च में होंगी। इसके बाद अन्य कक्षाओं की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। मार्च से मई तक परीक्षाओं का दौर चलेगा। विद्यार्थियों को परीक्षा के तनाव से बचाने के लिए प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को विद्यार्थियों के साथ चर्चा की। सूरत जिले की स्कूलों में लाखों विद्यार्थियों को यह लाइव प्रसारण दिखाया गया। कार्यक्रम कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए था, लेकिन कई स्कूलों में सभी विद्यार्थियों को कार्यक्रम दिखाया। जिनके पास बड़े ऑडिटोरियम हैं, उन स्कूलों ने सुबह और दोपहर दोनों माध्यम के विद्यार्थियों को एक साथ बैठाकर कार्यक्रम दिखाया।

ट्रेंडिंग वीडियो