चर्चा है कि तीन जुलाई को स्कूल ट्रस्ट प्रमुख का बेटा स्कूल के रुपए लेकर फरार हो गया था। इसकी सूचना खेरगाम पुलिस को भी दी गई थी, लेकिन ट्रस्ट ने आगे से इस तरह की घटना न होने का आश्वासन देकर कोई कार्रवाई नहीं होने दी। कई अभिभावकों ने स्कूल संचालन करने वाले नर नारायण ट्रस्ट के पदाधिकारियों पर अपने रुपए को स्कूल के जरिए सफेद करने का आरोप लगाते हुए सभी ट्रस्टियों की संपत्ति की जांच की मांग भी की।
स्कूल के ट्रस्टी तुलसीदास पटेल ने बताया कि स्कूल के पुराने प्रिंसिपल का कार्य संतोषजनक नहीं होने से ट्रस्ट ने मनोजकुमार राउत को दस दिन पूर्व पोस्ट से नोटिस भेजा था और स्कूल में आने से मना किया था। इसके बावजूद वे स्कूल आए और इसी कारण अभिभावकों ने स्कूल में धमाल किया। अभिभावकों की मांग पर पुराने प्रिंसिपल को ही ३० अप्रेल तक रखने का लिखित में समाधान हुआ है। अब आगे से स्कूल में कोई समस्या नहीं होगी।