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बच्चों ने कहा-मत निकालो प्रिंसिपल को, बुलानी पड़ी पुलिस

locationसूरतPublished: Nov 14, 2019 09:06:32 pm

Submitted by:

Sunil Mishra

खेरगाम के निजी स्कूल से प्रिंसिपल को निकालने पर विरोधअभिभावकों ने भी पहुंचकर विरोध किया
Protest against removal of principal from private school in Khergam
Parents also reached and protested

बच्चों ने कहा-मत निकालो प्रिंसिपल को, बुलानी पड़ी पुलिस

बच्चों ने कहा-मत निकालो प्रिंसिपल को, बुलानी पड़ी पुलिस

खेरगाम. खेरगाम के वेण मोहल्ले में स्थित एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल मनोज राउत को ट्रस्टियों ने स्कूल से निकाल दिया। इसके विरोध में विद्यार्थी भी स्कूल से बाहर आकर प्रिंसिपल को वापस बुलाने की मांग करने लगे। इसका पता चलने पर बड़ी संख्या में वहां अभिभावक भी पहुंच गए तथा प्रिंसिपल को फिर नौकरी पर रखने की मांग की। अभिभावकों ने बाद में पुलिस को भी बुला लिया। अभिभावकों का आरोप है कि इस दौरान स्कूल प्रबंधन ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया और बच्चों का भविष्य खराब करने की धमकी भी दी।
जानकारी के अनुसार स्कूल में 468 विद्यार्थी पढ़ते हैं। गत 13 जुलाई को स्कूल में बैठक हुई थी। इसमें अभिभावकों ने ट्रस्टियों से स्पष्ट कहा था कि आपसी विवाद में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने एवं बिना गलती के प्रिंसिपल मनोज राउत को निकालने पर स्कूल में तालाबंदी कर देंगे। उस दौरान ट्रस्टियों ने ऐसा कुछ न करने का आश्वासन दिया था, लेकिन दीपावली की छुट्टियां पूरी होने के बाद पहले दिन ही प्रिंसिपल को बिना नोटिस दिए स्कूल से बाहर निकाल दिया। इस दौरान कई अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल भवन भी बिना नियमों की पालना के बना लिया गया और बोर्ड से एक से दसवीं कक्षा तक गुजरात बोर्ड से परमीशन भी ले ली। लोगों ने कहा कि ट्रस्ट प्रमुख को उनके परिवार के लोग ही स्कूल नहीं आने दे रहे हैं और स्कूल में अपनी मनमानी कर इसे धंधा का जरिया बना दिया है। मोगरावाड़ी के भरतसिंह राजपुरोहित ने बताया कि प्रिंसिपल मनोज राउत के भरोसे वह वलसाड से अपने बच्चे को खेरगाम स्कूल भेजते थे। अब उन्हें निकाल दिया है, अपने बच्चों को कहां ले जाएं यह समझ नहीं आ रहा है। जबकि एक अन्य अभिभावक जिग्नेश चापानेरी ने बताया कि 73 एए वाली और ट्रस्ट के नाम जमीन एनए न होने का पता नहीं था और स्कूल संचालकों ने धोखे में रखा, जिसके कारण स्कूल में बच्चों का दाखिला करवा लिया।
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बच्चों ने कहा-मत निकालो प्रिंसिपल को, बुलानी पड़ी पुलिस
प्रिंसिपल ने कहा बिना कारण बताए स्कूल में आने से मना कर दिया

इस पूरे विवाद पर प्रिंसिपल मनोज राउत ने कहा कि दूसरे सत्र के पहले दिन ही बिना कोई कारण बताए मुझे स्कूल में आने से मना कर दिया गया।
चर्चा है कि तीन जुलाई को स्कूल ट्रस्ट प्रमुख का बेटा स्कूल के रुपए लेकर फरार हो गया था। इसकी सूचना खेरगाम पुलिस को भी दी गई थी, लेकिन ट्रस्ट ने आगे से इस तरह की घटना न होने का आश्वासन देकर कोई कार्रवाई नहीं होने दी। कई अभिभावकों ने स्कूल संचालन करने वाले नर नारायण ट्रस्ट के पदाधिकारियों पर अपने रुपए को स्कूल के जरिए सफेद करने का आरोप लगाते हुए सभी ट्रस्टियों की संपत्ति की जांच की मांग भी की।

यह कहा स्कूल ट्रस्टी ने
स्कूल के ट्रस्टी तुलसीदास पटेल ने बताया कि स्कूल के पुराने प्रिंसिपल का कार्य संतोषजनक नहीं होने से ट्रस्ट ने मनोजकुमार राउत को दस दिन पूर्व पोस्ट से नोटिस भेजा था और स्कूल में आने से मना किया था। इसके बावजूद वे स्कूल आए और इसी कारण अभिभावकों ने स्कूल में धमाल किया। अभिभावकों की मांग पर पुराने प्रिंसिपल को ही ३० अप्रेल तक रखने का लिखित में समाधान हुआ है। अब आगे से स्कूल में कोई समस्या नहीं होगी।
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