2200 वर्ष पहले भारतवर्ष में थे 40 करोड़ जैन विमलसागरसूरी ने कहा कि फागण तेरस का महत्व जैन समाज को समझना चाहिए। जैन विमलसागरसुरी ने कहा कि 2200 वर्ष पहले भारतवर्ष में 40 करोड़ जैन थे। लेकिन निरंतर उनकी जनसंख्या घटती गई और 42 लाख पर आज पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा ही रहा तो 2021 में जैन सिर्फ 35 लाख रह जाएंगे।