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IRCTC E-Ticket SCAME NEWS; गुजरात में हुआ देश का सबसे बड़ा रेल इ-टिकट घोटाला

locationसूरतPublished: Feb 20, 2020 12:35:23 am

Submitted by:

Sunil Mishra

7.97 करोड़ रुपए के रेल इ-टिकट जब्तआरोपी साफ्टवेयर इंजीनियर अमित प्रजापति भरुच जिले के अंकलेश्वर से गिरफ्तार

IRCTC E-Ticket SCAME NEWS

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भरुच. भरुच जिले के अंकलेश्वर में पश्चिम रेलवे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देश के सबसे बड़े 7.97 करोड़ रुपए के रेल इ- टिकट जब्त कर एक साफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। आरोपी आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर 50568 यूजर आइडी बनाकर लंबी दूरी की यात्रा की टिकटें निकालकर यात्रियों को ब्लैक में बेचता था। आरोपी से आरपीएफ पूछताछ कर रही है। पश्चिम रेलवे आरपीएफ की इस बड़ी कार्रवाई से खलबली मच गई।
मुम्बई रेलवे सुरक्षा बल के आइजी ए. के. सिंह ने अंकलेश्वर में दर्ज अमित प्रजापति केस की जांच सूरत रेलवे सुरक्षा बल निरीक्षक ईश्वर सिंह यादव को दी है। इसके अलावा मुम्बई से बुधवार को डीएससी देवांश शुक्ला भी सूरत पहुंचे और अमित तथा सुपर सेलर इरफान से पूछताछ की।
https://www.patrika.com/rewa-news/black-marketing-of-railway-e-ticket-2825669/

https://twitter.com/IRCTCofficial?ref_src=twsrc%5Etfw
IRCTC E-Ticket SCAME NEWS; गुजरात में हुआ देश का सबसे बड़ा रेल इ-टिकट घोटाला
साफ्टवेयर इंजीनियर अमित प्रजापति इ-टिकट का गोरखधंधा कर रहा था
रेलवे सुरक्षा बल के अनुसार अंकलेश्वर निवासी साफ्टवेयर इंजीनियर अमित प्रजापति (34) आइआरसीटीसी की साइट पर 50568 यूजर आइडी बनाकर इ-टिकट का गोरखधंधा कर रहा था। अमित ने आरपीएफ को बताया कि वह हवाला के जरिए रुपए लेता था। आरपीएफ आइआरटीसी के पास से पीएनआर डेटा को एकत्र कर रही है। 7.97 करोड़ रुपए के जब्त इ-टिकटों में से कई टिकटों का उपयोग हो चुका है, जबकि उपयोग नहीं हो पाई 8569 इ-टिकटों को जब्त कर लिया गया है। इनका मूल्य 2.59 करोड़ रुपए आंका गया। आरपीएफ ने साफ्टवेयर इंजीनियर के पास से कुल 29227 इ-टिकट जब्त किए हैं। इ-टिकट के राष्ट्रीय नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी विवेचना आरपीएफ कर रही है।
हग मैक सॉफ्टवेयर के जरिए बनाए टिकट
ग्रीष्मावकाश के दौरान इ-टिकट एजेंटों ने अलग-अलग जगहों से लाखों यात्रियों के इ टिकट इस सॉफ्टवेयर की सहायता से बुक किए थे। एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने बताया कि हमें एक एजेंट के संदिग्ध आइपी एड्रेस के बारे में टिप मिली, जिसके माध्यम से विभिन्न लंबी दूरी की ट्रेनों में आरक्षित कन्फर्म टिकटों की बुकिंग की गई थी। अमित प्रजापति (34) के पास हग मैक सॉफ्टवेयर का सिर्फ बीस दिन का रिकार्ड बैकअप से मिल सका है। इसमें करीब 55 हजार से अधिक यूजर आइडी मिली हैं, जो अलग-अलग व्यक्तियों के नाम से पर्सनल आइडी बनाकर लाखों यात्रियों की टिकटें बुक कर रहे थे।
IRCTC E-Ticket SCAME NEWS; गुजरात में हुआ देश का सबसे बड़ा रेल इ-टिकट घोटाला
सुपर सेलर इरफान को रिमांड पर लिया

सॉफ्टवेयर को प्रोपराइटर, एडमिन कम प्रोग्रामर, एडमिन, सुपर सेलर, सेलर और आईडी प्रोवाइडर मतलब इ टिकट एजेंट के तरीके से तैयार किया गया है। रेलवे सुरक्षा बल ने सुपर सेलर इरफान को बुधवार शाम को कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया है। सॉफ्टवेयर को बनाने वाले प्रोपराइटर अमीन कागजी की तलाश की जा रही है।
यात्रियों के सफर पर संकट
इस बीच लाइव टिकटों के रद्द होने से ग्रीष्मावकाश के दौरान ई टिकट एजेंटों से बुक करने वाले यात्रियों के सफर पर संकट छा गया है।
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