इस कंपनी में प्रदेश के करीब चार से पांच हजार लोगों के 8 से 10 करोड़ रुपए जमा हैं। सिलवासा में कंपनी के अधिकारियों ने वापी रोड स्थित एचडीएफसी बैंक के पास श्रद्धा कॉम्प्लेक्स में कार्यालय आरम्भ किया था, जिसे ग्राहकों के पैसे हड़पकर गत वर्ष सितम्बर में अचानक बंद कर दिया था। कंपनी का मुख्य कारोबार मुंबई से जुड़ा हुआ था। ग्राहकों के पैसे क्रेडिट होने के बाद सीधे मुंबई ट्रासंफर कर दिए जाते थे।
कंपनी के अचानक बंद होने के बाद गोकुल दंगल पाटिल नामक एक एजेंट ने एसिड पीकर आत्महत्या कर ली थी। पिछले सप्ताह थाने में कंपनी के खिलाफ धारा 406,420 और 34 के तहत मामला दर्ज हुआ था। इस कंपनी में शहर के अलावा दादरा, मसाट, सामरवरणी, रखोली से भी हजारों ग्राहक जुड़ गए थे। कइयों ने समयावधि के तहत लाखों रुपए जमा किए थे। पैसे फंस जाने पर ठगी के शिकार ग्राहकों ने पुलिस में मामला दर्ज कराया था। इस कंपनी पर ठगी का दूसरा मामला मुंबई में भी चल रहा है।