प्राप्त जानकारी के अनुसार कामरेज तहसील के गोथाण-वेलंजा के निकट हजीरा स्टेट हाइवे पर हजरत सैय्यद नवगज पीर दादा की ७०० साल पुरानी दरगाह है। दरगाह की जमीन पर कब्जा करने के उद्देश्य से बदमाशों ने शुक्रवार सुबह दरगाह को तोड़ दिया। घटना के बाद दरगाह संचालक मनसूख शंभू झालवाडिय़ा अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच धरने पर बैठ गए। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हडक़ंप मच गया।
घटना स्थल पर पहुंची पुलिस टीम ने दरगाह तोडऩे वाले चार लोगों को हिरासत में लिया। मनसूख झालवाडिय़ा ने बताया कि 700 साल पुरानी दरगाह जो कोमी एकता का केंद्र है। प्रत्येक गुरुवार और रविवार को यहां सामूहिक भोजन का भी आयोजन किया जाता है और गरीबों को टिफिन सेवा भी दी जाती है। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की।