संक्रमण की पहली लहर में लॉकडाउन के बाद जब बाजार अनलॉक होना शुरू हुआ था, हीरा कारोबार ने भी गति पकड़ी थी। उसी समय हीरा बाजार और कारखाने संक्रमण के हॉट स्पॉट बने थे। उस दौरान शहर में निकल रहे नए संक्रमितों में 30 फीसदी से अधिक अकेले हीरा बाजार और उद्योग से जुड़े थे। प्रशासन ने हीरा उद्योग के लिए एसओपी भी जारी की थी, जिसका अनुपालन नहीं होने पर कई उद्यमियों और कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी।
संक्रमण की दूसरी लहर में भी प्रशासन की नजर हीरा उद्योग पर है। मनपा आयुक्त ने हीरा उद्यमियों के साथ बैठक कर एसओपी का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित कराने की बात कही है। साथ ही अमल में कोताही पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। इसे देखते हुए दक्षिण गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और सूरत डायमंड एसोसिएशन ने मिलकर शनिवार को हीरा बाजार में जागरुकता मार्च किया। चैम्बर प्रमुख दिनेश नावडिया के नेतृत्व में चैम्बर व डायमंड एसोसिएशन पदाधिकारी हीरा बाजार में घूमे और संक्रमण से बचाव के लिए एहतियात बरतने की अपील की। इस दौरान उनके साथ एक व्यक्ति कोरोना के राक्षस का रूप धरकर बाजार में घूमा और संक्रमण की भयावहता को लोगों के सामने रखा।