पुलिस ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि अहमदाबाद से आठ महीने के बच्चे का अपहरण करने वाला युवक बलेश्वर में छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर एसओजी की टीम बलेश्वर बिलालनगर के पास निगरानी मेें थी, तभी एक युवक को बच्चे के साथ देखा तो उसे पकड़ लिया। पूछताछ करने पर युवक ने अपना नाम बालमुकुंद उर्फ बाबूजी विसराम परिहार बताया और बच्चे के अपहरण की बात कबूल कर ली। पुलिस ने बच्चे का कब्जा लेकर उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस के मुताबिक बालमुकुंद मूलत: उत्तर प्रदेश का निवासी है और पिछले 12 सालों से अहमदाबाद में रहता है। बच्चे का परिवार भी पड़ोस में रहने के कारण वह अक्सर बच्चे को खिलाने के लिए अपने साथ ले जाता था। इस दौरान दस हजार रुपए को लेकर बच्चे की मां से उसका विवाद हुआ और इसी की रंजिश में उसने बच्चे के अपहरण की योजना बनाई और बहाने से साथ ले जाने के बाद वह बच्चे को लेकर पहले हालोल की ओर भागा और इसके बाद सूरत के बलेश्वर पहुंचा था।
भाठेना पंचशील नगर निवासी मुमताज बानु साजिद सिद्दीकी (२४) ने गुरुवार सुबह स्मीमेर अस्पताल में लड़की को जन्म दिया था। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में बच्चा बदल देने का कहते हुए हंगामा मचाया था। परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें जन्मजात खामी वाला बच्चा दिया गया है। जबकि मुमताज ने लड़के को जन्म दिया था। प्रसूति से पूर्व करवाई गई सोनोग्राफी रिपोर्ट में नोर्मल थी और बाद में जन्मजात खामी कैसे आ गई। यह मामला आरएमओ के भी पहुंचा था। लेकिन, गायनेक विभाग के अध्यक्ष ने ऐसी कोई घटना नहीं होने की बात कहते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया था। इस मामले में एमएलसी केस दर्ज करते हुए वराछा पुलिस जांच के लिए पहुंची। लड़की का वजन करीब १.७५० किलो है। लड़की के रीड की हड्डी में तकलीफ है, जिससे उसके पैर में हलचल नहीं हो रही है। वराछा पुलिस के एएसआइ रणजीतभाई ने बताया कि परिवार को आशंका है, इसलिए डीएनए जांच की कार्रवाई शुरू की गई है। इसके लिए माता-पिता व लड़की के नमूने लेकर जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले का सच सामने आ जाएगा।