तापी नदी पर आवागमन के लिए ट्रैफिक का जोर बढऩे पर मनपा प्रशासन ने नदी पर नए पुलों के निर्माण की कवायद शुरू की थी। इनमें केबल ब्रिज के साथ ही मनपा ने नदी पर पाल-उमरा ब्रिज का काम भी शुरू किया था। केबल ब्रिज का काम तो पूरा हो गया, लेकिन पाल-उमरा ब्रिज शुरुआत से ही किसी न किसी वजह से अटका रहा। पहले जमीन के संपादन के कारण काम अटका तो कभी कमजोर राजनीतिक इच्छाशक्ति ने काम में बाधाएं डालीं। ब्रिज पर 90 फीसदी काम तो पहले ही पूरा कर लिया गया था, लेकिन रास्ते में आ रही संपत्तियों के कारण दस फीसदी काम अटक गया था।
लंबी जददोजहद के बाद जमीन का कब्जा मिलने के बाद मनपा प्रशासन ने अधूरे काम को पूरा कराने पर फोकस किया है।
बचे हुए काम को जल्द पूरा करने के लिए पूरी टीम लगा दी है। ब्रिज का काम पूरा होता उससे पहले ही बुधवार को एक और मुश्किल सामने आ गई। पाल की ओर एप्रोच रोड पर एक बड़ा खड्डा पड़ गया है। हालांकि मनपा टीम ने मौके पर पहुंच कर उस हिस्से को कॉर्डन कर दिया है। बताया जा रहा है कि बारिश के कारण पानी अंदर चला गया और जमीन धंस गई। अभी पुल पर आवागमन भी शुरू नहीं हुआ और खड्डा पडऩे से काम की गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने लगे हैं।