गांव के पूर्व सरपंच महेश रडकु भगरिया ने शिकायत में आरोप लगाया है कि वर्तमान सरपंच ने 11 मार्च 2019 को गांव में सडक़ किनारे के दो बड़े समेत दस पेड़ बिना किसी मंजूरी के ही काट कर करीब दो लाख रुपए में बेच दिया। इस रुपए को पंचायत ग्रान्ट में जमा नहीं करवाया। इसकी शिकायत अमलीकरण अधिकारी को मौखिक रूप से की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इसके बाद 19 जनवरी 2020 को फिर से गांव सडक़ किनारे महुआ के बड़े पेड़ को जेसीबी मशीन से गिरा दिया और लकड़े की कटाई शुरू कर दी। आरोप है कि इसके लिए भी किसी कीअनुमति नहीं ली गई। इसकी शिकायत पूर्व सरपंच ने सामाजिक वनीकरण अधिकारी, मामलतदार और टीडीओ से की है। कलक्टर से भी इसकी शिकायत कर जांच की मांग की गई है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि गत वर्ष मार्च में काटे गए पेड़ों को बेचने से मिले रुपए को पंचायत के हिसाब में कहीं न दिखाने की जांच तालुका अधिकारी को करनी चाहिए। इस आरोप पर वासिया तालाब के सरपंच ने बताया कि इस रुपए को पंचायत के फंड में जमा करने से पटवारी ने मना किया था। इस रुपए का उपयोग श्मशान भवन की मरम्मत में किया जाएगा।