script50 साल पुरानी इमारत का स्लैब गिरा, एक जने की मौत | The slab of a 50-year-old building has been colops, killing one | Patrika News

50 साल पुरानी इमारत का स्लैब गिरा, एक जने की मौत

locationसूरतPublished: Jan 18, 2020 09:05:49 pm

महिला समेत तीन घायल अस्पताल में भर्ती, कतारगाम वस्तादेवड़ी रोड पर हुआ हादसा, मेयर और मनपा अधिकारी मौके पर पहुंचे

50 साल पुरानी इमारत का स्लैब गिरा, एक जने की मौत

50 साल पुरानी इमारत का स्लैब गिरा, एक जने की मौत

सूरत. पचास साल पुरानी एक जर्जर इमारत का स्लैब गिरने से एक की मौत और तीन जने घायल हो गए। घायलों को स्मीमेर अस्पताल में भर्ती किया गया है। हादसा शनिवार दोपहर कतारगाम के वस्तादेवड़ी रोड पर हुआ। हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। मेयर और मनपा अधिकारी भी मौके पर दौड़े आए। मलबे में कोई अन्य फंसा है या नहीं, इसके लिए दमकल विभाग ने करीब चार से पांच घंटे जांच की और कोई नहीं मिलने पर राहत की सांस ली।
50 साल पुरानी इमारत का स्लैब गिरा, एक जने की मौत
दमकल विभाग के मुताबिक कतारगाम वस्तादेवड़ी रोड पर नीता एस्टेट के नाम से 50 साल पुरानी चार मंजिला इमारत है, जिसमें भूतल पर दुकानें हंै और ऊपरी मंजिलों पर जरी तथा एम्ब्रॉयडरी के कारखाने हैं। शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे पहली और दूसरी मंजिल का स्लैब अचानक धराशायी हो गया। स्लैब के गिरने से जबरदस्त आवाज से इलाका दहल उठा और लोगों में डर के साथ अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे। पता चला कि मलबे में कुछ लोग दबे हुए हंै। दमकलकर्मियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और एक-एक कर मलबे के नीचे से एक महिला समेत चार जनों को बाहर निकाला और 108 एम्बुलेंस में स्मीमेर अस्पताल भेज दिया। यहां मूलत: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर निवासी शिवनरेश भोले (21) को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, घायल कांताबेन सुरेश माछी (42), अमर बहादुर वैद्य (24) और रवि (22) को वार्ड में भर्ती कर लिया गया है। उधर, हादसे की जानकारी मिलने पर मेयर डॉ.जगदीश पटेल समेत के पदाधिकारी तथा मनपा के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस का काफिला भी मौके पर पहुंचा। करीब चार से पांच घंटे तक दमकलकर्मियों ने मलबा हटाकर और कोई फंसा तो नहीं है, इसकी जांच की। जांच में अन्य कोई भी मलबे से नहीं मिला।

विवाद में लटका रहा रिपेयरिंग काम

50 साल पुरानी इमारत का स्लैब गिरा, एक जने की मौत
बताया जा रहा है कि नीता एस्टेट के मालिकों ने इमारत का अलग-अलग हिस्सा किराए पर दिया था। किराएदार यहां पर लूम्स तथा एम्ब्रॉयडरी और जरी का कारखाना चलाते थे। इमारत जर्जर होने पर किराएदारों ने मकान मालिक को इमारत रिपेयर कराने अथवा अपने खर्च से रिपेयर करने के लिए मंजूरी देने की मांग की थी, लेकिन मालिकों ने किराएदारों की बात नहीं मानी। किराएदारों ने अधिवक्ता के जरिए मालिकों और मनपा के अधिकारियों को नोटिस भेज कर हादसे की आशंका जताई थी। इसके बाजवूद इमारत को रिपेयर नहीं किया गया और शनिवार को इमारत का स्लैब गिर गया।

बचे हिस्से को खाली करवाया


हादसे के बाद मौके पर पहुंचे मनपा अधिकारियों ने इमारत के बचे जर्जर हिस्से को भी खाली करवा दिया। यहां पर कुछ लोग भी रहते थे, उन्हें बाहर निकालकर उनका घर का सारा सामान भी बाहर निकलवाया और इमारत का कब्जा लेकर उस पूरी तरह ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी।
मनपा ने दो बार दिया था नोटिस


कतारगाम जोन के कार्यपालक इंजीनियर आर.वी.गामीत ने बताया कि सर्वे के दौरान इमारत जर्जर पाई गई थी। अप्रेल, 2019 में मालिकों को नोटिस देकर स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी रिपोर्ट पेश करने के साथ ही रिपेयरिंग के लिए कहा गया था। इसके बावजूद उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद 7 जनवरी को नोटिस देकर इमारत को पन्द्रह दिन में खाली करने के लिए कहा था। इस बीच शनिवार को हादसा हो गया।
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