बारडोली नगरपालिका ने मींढोला नदी के उस पार के क्षेत्र को जोडऩे के लिए रामजी मंदिर के पास लो लेवल ब्रिज का निर्माण किया था। बाद मे यहां से नेशनल हाइवे नंबर 53 को जोडऩे के लिए रास्ता बनाया गया। यह रास्ता छोटी सी पहाड़ी को चीर कर बनाया गया है। इस कारण रोड के आसपास छोटी पहाड़ी की मिट्टी ढहने की आशंका बनी रहती है। मिट्टी ढहने से रोकने के लिए पालिका ने रास्ते के किनारे संरक्षण दीवार बनाने की योजना बनाई थी।
इस दीवार को बनाने के लिए रामजी मंदिर की ओर से काम भी शुरू भी कर दिया गया था, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के कारण लंबे समय तक काम रुका रहा। अब फिर काम शुरू किया गया है। जानकारों का मानना है कि नदी पार के क्षेत्र में पहाड़ी की ऊंचाई ज्यादा होने के कारण दीवार की डिजाइन में बदलाव करना होगा। इस कारण दीवार बनाने का काम लंबा खिच सकता है। ऐसे में धीरे-धीरे ढह रही मिट्टी वाहन चालकों के लिए हादसे का सबब बन सकती है। लोगों का कहना है कि मिट्टी के साथ पेड़ भी गिरने लगे तो यह स्थिति बड़े हादसे की वजह बन सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए लोग संरक्षण दीवार का काम जल्द पूरा करने की मांग कर रहे हैं।
डिजाइन में बदलाव जरूरी
यहां पहाड़ी की ऊंचाई ज्यादा होने से दीवार की डिजाइन में बदलाव करना पड़ेगा। इस कारण ही दीवार बनाने में देरी हो रही है। मिट्टी के साथ पेड़ गिरने की आशंका को देखते हुए इसकी जांच कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
पंकज पटेल, मुख्य अभियंता, नगरपालिका बारडोली