पुलिस ने बताया कि आरोपी ट्रक चालक व खलासी फईम व युसुफ ओडिसा के गंजाम जिले के बहरामपुर गए थे। वहां दिलीप गौड़ा ने उन्हें एक टन गांजा अरुण को पहुंचाने के लिए दिया था। जिसे उन्होंने ट्रक में विशेष रूप से तैयार किए चोर खाने में छिपा कर कडोदरा रोड पर वेडछा पाटिया स्थित माधवपार्क ट्रांसपोर्ट गोदाम के निकट ले आए थे। यहां से वे गांजे की खेप को किसी तरह से शहर में घुसा कर अरुण तक पहुंचाने की फिराक में थे।
लंबे समय से नो ड्रग इन सूरत सिटी की मुहिम पर काम कर रही सूरत शहर पुलिस की क्राइम ब्रांच को मुखबिर से इसकी सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच ने छापा मारा और ट्रक से गांजा बरामद कर फईम और युसुफ को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ के आधार पर अरुण को भी धर दबोचा। वहीं इन दोनों अलावा इस मामले में लिप्त दिलीप गौड़ा समेत अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
ट्रक के अगले हिस्से में बना कर रखा चोर खाना आरोपियों ने ट्रक की बॉडी के अगले हिस्से में गांजा छिपा रखा था। दो-तीन फिट की जगह में गांजा छिपाने के बाद उसके पीछे पतरा लगा दिया था। फिर ट्रक के उपर ताड़पत्री बांध दी थी। उन्होंने ट्रक में और कोई सामान लोड़ नहीं किया था। वे ओडिसा से खाली ट्रक को सूरत लेकर आए थे। लौटते समय रास्ते में यदि पुलिस रात में टॉर्च मार कर देखे भी तो पहली नजर देखने पर ट्रक खाली ही लगता था।
तीनों आरोपियों को तेरह दिन के रिमांड पर लिया
तीनों आरोपियों को तेरह दिन के रिमांड पर लिया
पुलिस को आशंका हैं कि आरोपी बड़े स्तर पर गांजे की तस्करी और बिक्री का रैकेट चला रहे होगें। अशोक से शहर के और भी फुटकर गांजा विक्रेता जुड़े हो सकते है जो उसके जरिए ओडिसा से गांजा मंगवा कर सूरत में चोरी छिपे बेचते होंगे। इस बारे में विस्तृत पूछताछ के लिए पुलिस ने सोमवार को तीनों को अदालत में पेश कर तेरह दिन के रिमांड पर लिया है।
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